पारिवारिक संपत्ति को लेकर कई बार लोगों के बीच तरह-तरह के मनमुटाव देखे जाते हैं.
ऐसे में लोगों के मन में सवाल यह भी उठता है कि क्या दादाजी की संपत्ति पर एक पोते का अधिकार होता है या फिर नहीं तो चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में.
जानकारी के मुताबिक, दादाजी की खुद की कमाई हुई संपत्ति पर पोते का किसी भी तरह का कानूनी अधिकार नहीं होता है.
दादाजी अपने मन मुताबिक, अपनी खुद से कमाई हुई संपत्ति को जिसके नाम करना चाहें, उसे दे सकते हैं.
अगर बिना वसीयत के ही दादाजी का देहांत हो जाता है तो उनकी संपत्ति पर उनके कानूनी वारिसों को ही मिलेगी.
दादाजी के कानूनी वारिस उनके पत्नी और बेटा बेटी होंगे.
अगर किसी पोते के पिता जीवित है तो वह किसी भी तरह से दादाजी की संपत्ति में हिस्से के लिए क्लेम नहीं कर सकता है.
केवल पैतृक संपत्ति पर ही एक पोते का कानूनी अधिकार होता है.