हर दरिंदा बने ‘चांद सी हसीं बेटी का वारिस’

किन अल्फाज़ों से मांगें ऐ बेटी हम तुमसे माफी,कुछ कहने से डर आज मेरी रूह भी.कहने को इस मुल्क में … Continue reading हर दरिंदा बने ‘चांद सी हसीं बेटी का वारिस’