Rajasthan Weather: राजस्थान में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही सर्दी ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. मौसम विभाग जयपुर के अनुसार, 2 दिसंबर को पूरे प्रदेश में मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा, दिन का तापमान सामान्य रहेगा. रात में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा और कई जिलों में शीतलहर जैसी स्थिति बन सकती है.
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ अभी ठंडी हवाओं को कमजोर कर रहा है लेकिन 2–3 दिसंबर तक इसके हटते ही उत्तर दिशा से आने वाली बर्फीली हवाएं राजस्थान में प्रवेश करेंगी, जिससे ठंड अचानक तेज हो जाएगी. विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 48 घंटों में तापमान में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है.
शेखावाटी में सबसे ज्यादा ठंड, जारी येलो अलर्ट
शेखावाटी क्षेत्र इस समय प्रदेश का सबसे ठंडा इलाका बना हुआ है. सीकर और झुंझुनूं में 3 और 4 दिसंबर के लिए शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
सीकर में 1 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 8.5°C दर्ज हुआ. फतेहपुर (शेखावाटी) में पारा 6.5°C तक गिर गया, यहां शीतलहर की आशंका सबसे अधिक है. झुंझुनूं में तापमान 9.3°C दर्ज हुआ, जो सामान्य से कम है. विभाग के अनुसार 3-4 दिसंबर तक कई स्थानों पर तापमान 4-5°C तक पहुंच सकता है. इसी वजह से किसानों, यात्रियों और बुजुर्गों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.
पश्चिमी राजस्थान में तापमान में बड़ा अंतर
जहाँ शेखावाटी ठंड से कांप रहा है, वहीं पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में गर्मी जैसा अहसास बना हुआ है. बाड़मेर 30.4°C के साथ प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा. जैसलमेर में अधिकतम तापमान 26.9°C, न्यूनतम 11.6°C दर्ज किया गया. जोधपुर, नागौर, जालोर और बीकानेर में रात का तापमान 12-14°C के बीच रहा. वहीं लूणकरणसर प्रदेश का सबसे ठंडा पश्चिमी क्षेत्र रहा, जहां पारा 5.8°C रिकॉर्ड किया गया. उत्तरी जिलों श्रीगंगानगर, चूरू और हनुमानगढ़ में भी तापमान लगातार नीचे जा रहा है. अगले दो दिनों में ठंड और बढ़ने के संकेत हैं.
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IMD का पूर्वानुमान-कई जिलों में पारा पहुंचेगा 5 डिग्री के आसपास
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ समाप्त होगा, उत्तर भारत से आने वाली तेज बर्फीली हवाएं तापमान में बड़ी गिरावट लाएंगी.
इन 9 जिलों में तापमान 5°C के आसपास पहुंचने का अनुमान है. इनमें फतेहपुर, सीकर, चूरू, अलवर, झुंझुनूं, गंगानगर, हनुमानगढ़, नागौर और लूणकरणसर शामिल हैं. उन्होंने बताया कि शीतलहर का सबसे गहरा प्रभाव शेखावाटी के जिलों में महसूस होगा.









