1 नवंबर 2023 को पूरे देश में करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के द्वारा रखा जाएगा. करवा चौथ का व्रत महिलाओं के लिए काफी खास होता है.
लेकिन कहते हैं कि करवा चौथ के दिन कुछ खास मंत्रों का जाप किया जाए तो वह काफी फलदाई होता है. अगर आप इन मंत्रों का जाप नहीं करती हैं तो आपका करवा चौथ पूजन पूरा नहीं माना जाता है.
हिंदू धर्म के मुताबिक अखंड सौभाग्य प्राप्त करने के लिए सुहागिन स्त्रियों को इन मंत्रों का जाप जरुर करना चाहिए.
करवा चौथ के व्रत का संकल्प लेते समय सभी सुहागिनों को इस मंत्र का जाप करना चाहिए- मम सुख सौभाग्य पुत्र-पौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।
इस मंत्र का मतलब यह है कि मैं करवा चौथ का यह व्रत पूरे दिल और मन से रख रही हूं. मेरा यह व्रत सुख-सौभाग्य के साथ-साथ संतान प्राप्ति के लिए है.
बता दें कि करवा चौथ के दिन महिलाओं को सुबह सवेरे जल्दी उठ जाना चाहिए और सूर्य को जल का अर्घ्य देना चाहिए. इसके लिए हाथों में जल भरकर व्रत का संकल्प लेते हुए आगे बताए गए मंत्र का जाप बहुत फलदाई माना जाता है.
करवा चौथ के दिन भगवान गणेश के साथ-साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है, ऐसे में सबसे पहले विघ्नहर्ता गणेश जी का मंत्र 'ओम गणेशाय नमः' बोलें और फिर इसके बाद पूजा शुरू करें.
करवा चौथ के व्रत वाले दिन आपको मां पार्वती के मंत्रों 'ॐ शिवायै नमः' का कम से कम 11 बार जाप करना चाहिए. इसके साथ ही पंचाक्षर मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' का करीब 21 बार जाप शुभ माना जाता है.
करवा चौथ के दिन शाम को स्वामी कार्तिकेय मंत्र 'ॐ षण्मुखाय नमः' का जाप अच्छा माना जाता है, वहीं, चंद्रमा का पूजन करते समय 'ॐ सोमाय नमः' मंत्र का जाप बहुत शुभ होता है.
माना जाता है कि करवा चौथ के दिन इन सभी मंत्रों के जब से माता करवा के साथ-साथ माता पार्वती भी प्रसन्न होती है और आपके ऊपर कृपा बनी रहती है.