इन मंत्रों के जाप से दूर होगा पितृ दोष

पितरों का श्राद्ध और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर से हो रही है. 

माना जाता है कि अगर पितरों ने कभी कोई गलत काम किया है तो उसका भुगतान आने वाली पीढ़ियों को करना पड़ सकता है. शास्त्रों के मुताबिक, इसके चलते पितृ दोष लगता है

लेकिन क्या आप जानते हैं कि पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको पितृपक्ष के दिनों में विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और कुछ खास मंत्रों का जाप करके आप इससे मुक्ति पा सकते हैं. 

जो लोग पितृ दोष से पीड़ित हों, उन्हें पितृपक्ष के दिनों में महामृत्युंजय मंत्र 'ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ ' का जाप करना चाहिए. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. 

शिव गायत्री मंत्र 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्॥'  के जब से भी पितृदोष से मुक्ति मिल सकती है. यह बेहद शक्तिशाली मंत्र होता है.

 इसके अलावा आप 'ॐ सर्व पितृ देवताभ्यो नमः, ॐ कुलदेवतायै नमः' और 'ॐ पितृदेवतायै नमः'  आदि मंत्रों जाप विधि-विधान से करते हैं तो आपको पितृदोष से मुक्ति मिलेगी और उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा. 

बता दें कि पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए इन सभी शक्तिशाली मंत्रों का जाप आपको नियमित रूप से 108 बार करना शुभ फलदायी होगा. 

अगर ना हो सके तो 11 बार तो अवश्य इम मंत्रों का प्रतिदिन जाप करें. इससे आपको पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी.

ध्यान रहे कि जब भी आप पितृ दोष के मंत्रों का जाप करें, आपका मन एकदम साफ हो और पूर्वजों से जुड़ने की ओर हो. उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना भी करें. 

इन मंत्रों के जाप के लिए आपको एक शांत जगह चुननी है, जहां पर आपको कोई बार-बार डिस्टर्ब ना करें और आप ठीक से इन मंत्रों का जाप कर सकें. 

हो सके तो मंत्रों का एकदम सही और उचित उच्चारण ही करें. इनका गलत उच्चारण ना करें, नहीं तो पूर्वज नाराज हो सकते हैं. बताया जाता है कि इन मंत्रों के जाप से पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है