हर कोई चाहता है कि उसकी आंखों पर घनी आईलैशेज हों. दरअसल घनी आईलैशेज की वजह से चेहरे की खूबसूरती काफी बढ़ जाती है.
कुछ लोगों की आंखों की पलकों पर बनी आईलैशेज काफी हल्की होती हैं. अगर वह मस्कारा लगा भी लें तो भी ठीक से नजर नहीं आती हैं.
यही वजह है कि आजकल कई लड़कियां चाहे ऑफिस में हों, फंक्शन में जा रही हों या फिर डेट पर, वह फेक आईलैशेज का यूज करती हैं.
आजकल फेक आईलैशेज यूज करने का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ रहा है पर क्या आप जानते हैं कि काफी देर तक की नकली आईलैशेज लगाने से इसके भयंकर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.
दरअसल आईलैशेज को चिपकाने में जिस ग्लू का यूज किया जाता है, उससे आंखों में जलन पैदा हो सकती है.
आंखों पर फेक आईलैशेज लगाने से कई बार लालिमा और दर्द की दिक्कत भी देखी जाती है.
अगर आप ज्यादा फेक आईलैशेज का इस्तेमाल करते हैं तो कई बार आपकी नेचुरल आईलैशेज टूटना शुरू हो जाती हैं या झड़ने लगती हैं. वह पहले से और अधिक कम हो सकती हैं.
जिस ग्लू से आईलैशेज को चिपकाया जाता है, उसमें केमिकल मौजूद होता है और इससे आंखों में एलर्जी देखी जा सकती है.
बहुत अधिक आईलैशेज का यूज करने से अंधापन की समस्या भी हो सकती है क्योंकि इसे कॉर्निया या आईलिड डैमेज होने के चांस रहते हैं.
अगर लंबे समय तक फेक आईलैशेज का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी आंखों की सुंदरता कम हो सकती है.