लड्डू गोपाल के साथ यात्रा करनी चाहिए कि नहीं?

लड्डू गोपाल को भगवान श्री कृष्ण का बाल स्वरूप माना जाता है और हिंदू धर्म में उनके इस रूप की विशेष पूजा की जाती है.

हिंदू धर्म में लोग लड्डू गोपाल की प्रतिमा को अपने घर में रखकर उनकी बेटे की तरह सेवा करते हैं. 

आजकल ज्यादातर हिंदू घरों में भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि लड्डू गोपाल की सेवा और पूजा दोनों के ही कुछ खास नियम होते हैं.

भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा के लिए कुछ विशेष नियमों का पालन करना बहुत ज्यादा जरूरी माना जाता है. 

अक्सर आपने देखा होगा कि लोग जब भी यात्रा पर कहीं जाते हैं तो वह अपने साथ लड्डू गोपाल को भी ले जाते हैं लेकिन ऐसा करना सही है या फिर गलत है, इसके बारे में आज आपको बताएंगे. 

लड्डू गोपाल के साथ घर से बाहर यात्रा करने को लेकर के अलग-अलग लोगों की अलग-अलग सोच है. 

कुछ लोगों का कहना है कि घर के बाहर यात्रा करते समय लड्डू गोपाल को साथ ले जाना ठीक नहीं होता है. 

अगर कोई ऐसा करता है और लड्डू गोपाल को बार-बार घर से बाहर ले जाता है तो उसके घर की सुख समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा चली जाती है. 

मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्री कृष्ण को घर के बाहर जगह-जगह लेकर नहीं घूमना चाहिए. इससे उनके भाव समाप्त हो जाते हैं और महज एक मूर्ति बनाकर रह जाती है. 

बता दें कि साफ सफाई तो लड्डू गोपाल की जरूरी होती है लेकिन फिर भी इसे बाहर नहीं ले जाना चाहिए.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है