लड़के हो या लड़कियां, हर कोई अपने अपोजिट जेंडर के प्रति अट्रैक्ट जरूर होता है.
अगर किसी लड़के या लड़की को जब भी कोई पसंद आ जाता है तो वह उसके साथ न केवल समय गुजारना चाहते हैं बल्कि बातें भी करना चाहते हैं.
अक्सर देखा जाता है कि अगर सामने वाला पसंद है तो कई बार लड़के पहल कर देते हैं लेकिन अगर किसी लड़की को कोई लड़का पसंद भी आ जाए तो वह उसे नहीं बताती है. इतना ही नहीं, वह उससे पहले पहल करने में हिचकिचाहट भी फील करती हैं.
लड़कियां लड़कों को कभी अपने दिल की बात सीधे नहीं बताती हैं बल्कि उसके लिए कुछ और तरीके आजमाती हैं और इतना ही नहीं वह लड़कों को इंप्रेस करने की कोशिश भी करती हैं.
लड़कियां जब भी लड़कों की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाना चाहती हैं तो वह उसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेती हैं और उसके जरिए बातचीत शुरू करती हैं.
लड़कियां कभी भी लड़कों से पहले प्यार का इजहार नहीं करती हैं लेकिन किसी न किसी तरीके से वह उससे बात करने के मौके जरूर ढूंढती रहती हैं.
लड़कियों का मूड चाहे कितना ही खराब क्यों ना हो लेकिन अगर उनका पसंदीदा लड़का उनसे बात कर रहा है तो वह उसे प्यार से ही रिप्लाई करती हैं.
अगर उनकी पसंद के लड़के और उनके बीच कोई कॉमन फ्रेंड है तो वह उसके जरिए भी अपनी फीलिंग उस तक पहुंचाने की कोशिश करती हैं और उस ग्रुप में वह खुद भी अपनी एक्टिविटी बढ़ा देती हैं.
लड़कियां अपने पसंदीदा लड़के के सामने अपने सेंस ऑफ ह्यूमर को काफी तेज रखना चाहती हैं. इसके साथ ही उसकी केयर करना भी शुरू कर देती हैं.