आधी दुनिया को नहीं पता 'सूर्य' एक तारा है और आपको?

बहुत ही कम लोगों को पता है कि सूरज यानी कि सूर्य एक तारा होता है. यह धरती के पास से दिखने वाला एक तारा है.

तारा आमतौर पर उसको कहा जाता है, जिसके पास खुद का एनर्जी सोर्स होता है और खुद की लाइट होती है.

सूरज धरती से आग की तरह नजर आता है और यह गैस के बादलों से बना हुआ है.

सूरत गैस के बादलों से पहले नेबुला में परिवर्तित होता है और फिर उसके बाद तारे का स्वरूप लेता है.

बताया जाता है कि सूरज बनने की कहानी करीब 5 अरब साल पहले की है.

सूरज के पास अपनी खुद की एनर्जी होती है और खुद की लाइट भी होती है.

ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर सूरज के पास कैसे अपनी खुद की एनर्जी हो सकती है?

बता दें कि सूरज के अंदर कई तरह के नाभिकीय संलयन होते हैं, जिसकी वजह से वह जलता है.

हाइड्रोजन का फ्यूजन हीलियम होती है और इसकी वजह से सूरज में अधिक मात्रा में ऊष्मा और लाइट निकलती है.

इसका टेंपरेचर बहुत ज्यादा होता है. इसकी वजह से यह प्लाज्मा का रूप ले लेता है.