क्यों घर नहीं लाया जाता मेहंदीपुर बालाजी महाराज का प्रसाद?

राजस्थान में बने मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर में भक्तों की अपार आस्था है.

माना जाता है कि यहां पर जाने वाले लोगों को भूत-प्रेत, जादू-टोना समेत कई अन्य बड़े संकटों से मुक्ति मिलती है.

बता दें कि बालाजी मेहंदीपुर बालाजी में अर्जी लगाने के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी रहती है.

बालाजी के मंदिर में दो तरह का प्रसाद चढ़ाया जाता है. इसमें से एक अर्जी और दूसरी दरख्वास्त होती है.

दरअसल इस प्रसाद को दो बार खरीदा जाता है और अर्जी को तीन थालियां में प्रसाद दिया जाता है.

बालाजी मंदिर में दरखास्त का प्रसाद चढ़ा देने के बाद वहां से तुरंत निकालना पड़ता है जबकि अर्जी का प्रसाद निकलने से पहले पीछे फेंका जाता है.

प्रसाद को एक बार पीछे फेंकने के बाद मुड़कर नहीं देखा जाता है.

अर्जी वालों का प्रसाद लौटा दिया जाता है.

मान्यता है कि बालाजी का प्रसाद साथ लाने से नकारात्मक शक्तियां हावी हो सकती हैं.