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30+ महिलाओं की टेंशन खत्म! जानें हेल्दी और ग्लोइंग लाइफ का सीक्रेट रूटीन

Busy Women Self-Care Tips: आज की भागती-दौड़ती ज़िंदगी में महिलाएं कई भूमिकाएं निभाती हैं – एक प्रोफेशनल, एक गृहिणी, एक माx, एक पत्नी या फिर बेटी के रूप में. हर दिन का शेड्यूल इतना व्यस्त होता है कि खुद की देखभाल के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है लेकिन सच्चाई यह है कि अगर आप खुद स्वस्थ और खुश नहीं हैं, तो परिवार और काम दोनों प्रभावित होते हैं. खासकर 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं को अपने शरीर और मन पर ज्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होती है क्योंकि इसी समय से हॉर्मोनल बदलाव, थकान, स्किन पर उम्र के असर और हेल्थ से जुड़ी दिक्कतें बढ़ने लगती हैं. इसलिए सेल्फ-केयर सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि एक ज़रूरत है.

क्यों ज़रूरी है 30 के बाद सेल्फ-केयर?
30 साल की उम्र आते-आते ज्यादातर महिलाएं करियर और परिवार के बीच संतुलन बनाने में जुटी होती हैं. इस दौरान शरीर धीरे-धीरे बदलाव दिखाना शुरू करता है. हॉर्मोनल बदलावों के कारण वजन बढ़ना, थकान, स्किन की समस्याएँ और मानसिक तनाव आम हो जाते हैं. नींद की कमी और अनहेल्दी डाइट से ये समस्याएँ और बढ़ सकती हैं. ऐसे में अगर आप अपने शेड्यूल में सेल्फ-केयर के लिए कुछ मिनट भी निकालेंगी, तो यह आपके शरीर और मन दोनों के लिए बेहद फायदेमंद होगा.

सुबह की सही शुरुआत
दिन की शुरुआत कैसी होती है, यह तय करता है कि आपका पूरा दिन कैसा बीतेगा. अगर आप सुबह उठते ही मोबाइल देखने लगती हैं तो तनाव और भागदौड़ के साथ दिन शुरू होता है लेकिन अगर आप 10 मिनट खुद को दें, तो दिनभर पॉजिटिविटी बनी रहती है. सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना पानी पीना शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालता है. इसके बाद 5-10 मिनट ध्यान (Meditation) या गहरी सांसों की एक्सरसाइज करें. यह आपके दिमाग को शांत और स्थिर रखेगा. हल्की स्ट्रेचिंग या योगासन करने से शरीर एक्टिव हो जाता है और एनर्जी लेवल बढ़ता है.

संतुलित और हेल्दी डाइट
30 की उम्र के बाद शरीर को ज्यादा पोषण की ज़रूरत होती है. नाश्ता छोड़ना बिल्कुल भी सही आदत नहीं है. कोशिश करें कि आपके नाश्ते में प्रोटीन और फाइबर जरूर शामिल हों, जैसे- ओट्स, अंडे, स्प्राउट्स या फल. दिनभर में पानी की मात्रा बढ़ाएं, कम से कम 7–8 गिलास पानी जरूर पिएं. जंक फूड और मीठे स्नैक्स को कम से कम खाएं क्योंकि ये लंबे समय में हेल्थ प्रॉब्लम्स पैदा कर सकते हैं. अगर आपके पास खाना बनाने का समय नहीं है, तो स्मूदी, फ्रूट बाउल या सूप जैसे त्वरित और हेल्दी विकल्प चुनें.

काम के बीच छोटे-छोटे ब्रेक
व्यस्त महिलाएँ अक्सर घंटों कंप्यूटर या मोबाइल पर बैठी रहती हैं. इससे आंखों और शरीर पर असर पड़ता है. कोशिश करें कि हर 1 घंटे में 2–3 मिनट का छोटा ब्रेक लें. इस दौरान खड़े होकर स्ट्रेचिंग करें या 20 सेकंड के लिए दूर देखें. इसे 20-20-20 रूल कहते हैं- हर 20 मिनट बाद, 20 सेकंड के लिए, 20 फीट दूर देखें. इससे आंखों की थकान कम होगी और शरीर में खिंचाव नहीं होगा.

स्किन और हेयर केयर
उम्र के साथ स्किन और बालों की चमक कम होने लगती है. लेकिन थोड़ा-सा ध्यान आपको लंबे समय तक जवां दिखा सकता है. हर रात सोने से पहले चेहरा धोना और मॉइस्चराइज़र लगाना जरूरी है. अगर समय कम है तो सिर्फ CTM रूटीन (Cleanser, Toner, Moisturizer) जरूर अपनाए. हफ्ते में एक बार फेस मास्क लगाएं. इसी तरह, बालों के लिए हफ्ते में 1-2 बार तेल मालिश करें और केमिकल वाले प्रोडक्ट्स का कम इस्तेमाल करें.

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मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल
आज के समय में मानसिक शांति भी शारीरिक स्वास्थ्य जितनी ही जरूरी है. इसलिए अपने लिए रोजाना कम से कम 15 मिनट का ‘Me-Time’ निकालें. इस समय का इस्तेमाल आप किताब पढ़ने, म्यूजिक सुनने या डायरी लिखने में कर सकती हैं. अपने मन की बातें दोस्तों या परिवार से साझा करें. साथ ही सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा समय न बिताए क्योंकि यह अक्सर तनाव और तुलना की भावना बढ़ाता है.

एक्सरसाइज को मजेदार बनाइए
फिटनेस के लिए रोजाना 20–30 मिनट एक्टिव रहना जरूरी है. इसके लिए जिम जाना जरूरी नहीं. आप घर पर ही योग, डांस, एरोबिक्स या वॉक कर सकती हैं. अगर आपके पास समय बहुत कम है, तो लिफ्ट की जगह सीढ़ियाँ चढ़ें या ऑफिस के पास पैदल जाएँ. जब एक्सरसाइज को मजबूरी की बजाय मजेदार बना लेंगी, तो इसे अपनाना आसान हो जाएगा.

नींद का महत्व
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद सबसे ज्यादा प्रभावित होती है. लेकिन 7-8 घंटे की नींद आपके शरीर और दिमाग के लिए बेहद जरूरी है. अच्छी नींद न केवल शरीर को आराम देती है बल्कि स्किन को ग्लोइंग और दिमाग को तरोताजा रखती है. कोशिश करें कि सोने से कम से कम 1 घंटा पहले मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल बंद कर दें. आरामदायक और शांत वातावरण में सोएं.

छोटे-छोटे सेल्फ-केयर रिचुअल्स
सेल्फ-केयर का मतलब हमेशा बड़े-बड़े बदलाव करना नहीं होता. आप छोटी-छोटी चीजों से भी खुद को खुश कर सकती हैं. जैसे- पसंदीदा परफ्यूम लगाना, अच्छे कपड़े पहनना, वीकेंड पर लंबा स्नान करना या कभी-कभी अकेले कैफ़े में बैठकर कॉफी पीना. ये छोटे-छोटे पल आपको तरोताजा और आत्मविश्वासी बनाते हैं.

हेल्थ चेक-अप
30 की उम्र के बाद हेल्थ चेक-अप को नजरअंदाज करना सही नहीं है. साल में कम से कम एक बार पूरा हेल्थ चेकअप जरूर कराएं. अपने शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स दें. खासतौर पर कैल्शियम, विटामिन D और आयरन का ध्यान रखें. किसी भी समस्या को हल्के में न लें और समय पर डॉक्टर से परामर्श लें.

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‘ना’ कहना सीखें
महिलाएx अक्सर हर जिम्मेदारी उठाने की कोशिश करती हैं लेकिन याद रखें कि हर काम करना जरूरी नहीं. जब ज़रूरत हो, तो ‘ना’ कहना सीखें. इससे आपका तनाव कम होगा और आप अपने लिए समय निकाल पाएंगी. यह आपकी मानसिक शांति और खुशियों के लिए बेहद जरूरी है.

30 की उम्र के बाद सेल्फ-केयर कोई अतिरिक्त खर्च या लक्ज़री नहीं बल्कि आपके लिए जरूरी निवेश है. अगर आप रोज़ाना सिर्फ 20–30 मिनट भी अपने लिए निकालेंगी, तो न केवल आपका शरीर और मन स्वस्थ रहेगा बल्कि आप अपने परिवार और करियर में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगी.

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