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Vijayadashami/दशहरा 2025: सोना, चांदी से लेकर प्रॉपर्टी निवेश तक, क्या खरीदें इस शुभ दिन?

Vijayadashami/Dussehra 2025: दशहरा (Vijayadashami) हर साल आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. 2025 में दशहरा 2 अक्टूबर, गुरुवार को पड़ रहा है. यह पर्व असत्य पर सत्य की जीत और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है.

भारत में दशहरे के दिन नए कार्यों की शुरुआत, गाड़ी, घर और सोने-चांदी की खरीदारी, तथा निवेश करना बहुत शुभ माना जाता है.

दशहरा 2025 शुभ मुहूर्त
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:00 बजे से 02:45 बजे तक
अपराजिता पूजा मुहूर्त: दोपहर 01:45 बजे से 02:30 बजे तक
दशहरा पर्व तिथि: 2 अक्टूबर 2025, गुरुवार

मान्यता है कि इन मुहूर्तों में किया गया हर कार्य दीर्घकालिक सफलता और समृद्धि लाता है.

वाहन खरीदने का महत्व दशहरे पर
दशहरा पर नई गाड़ी खरीदने के पीछे गहरा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व है.
वाहन शक्ति, गतिशीलता और प्रगति का प्रतीक माना जाता है.
गाड़ी की डिलीवरी के समय नींबू, नारियल और सिंदूर से पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं का नाश होता है.
लोग इस दिन नई कार, बाइक, स्कूटर और व्यावसायिक वाहन खरीदना विशेष रूप से शुभ मानते हैं.
कई ऑटोमोबाइल कंपनियां दशहरे पर विशेष ऑफ़र और छूट भी देती हैं, जिससे यह समय और भी लाभकारी बन जाता है.

संपत्ति खरीदने का महत्व दशहरे पर
संपत्ति (घर, फ्लैट, जमीन) खरीदना हर परिवार का सपना होता है. दशहरे पर यह कार्य करना विशेष रूप से मंगलकारी माना गया है.
दशहरे पर खरीदी गई संपत्ति परिवार में स्थिरता और दीर्घकालिक समृद्धि लाती है.
मान्यता है कि इस दिन घर-फ्लैट की रजिस्ट्री या भूमि क्रय से आने वाली पीढ़ियों तक धन-धान्य की वृद्धि होती है.
निवेशक इस दिन नई जमीन, ऑफिस स्पेस या कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदना शुभ मानते हैं.
रियल एस्टेट कंपनियां दशहरे के मौके पर त्योहारी ऑफ़र और योजनाएं लेकर आती हैं, जिससे खरीदारों को अतिरिक्त लाभ मिलता है.

दशहरे पर अन्य शुभ खरीदारी
दशहरे के दिन सिर्फ वाहन और संपत्ति ही नहीं, बल्कि अन्य वस्तुओं की खरीदारी भी शुभ मानी जाती है:
सोना-चांदी और आभूषण: धन और लक्ष्मी का प्रतीक.
इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स: नई तकनीक से प्रगति का मार्ग.
व्यापारिक उपकरण और मशीनरी: व्यापार में उन्नति और सफलता.
शिक्षा संबंधी सामग्री (किताबें, पेन): ज्ञान और बुद्धि में वृद्धि.

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दशहरे पर विशेष परंपरा
इस दिन शमी वृक्ष की पूजा और पत्तियां (सोना पत्ती) बांटने की परंपरा है. यह धन और सौभाग्य का प्रतीक है.
लोग अपने नए वाहन या घर की चाबी को मंदिर में ले जाकर देवी-देवताओं का आशीर्वाद लेते हैं.
परिवार में बच्चों को इस दिन नई किताबें, पेन या शिक्षा सामग्री भेंट करने की भी परंपरा है.

दशहरा 2025 (2 अक्टूबर) के दिन वाहन और संपत्ति खरीदना बेहद शुभ है. यह दिन जीवन में नई शुरुआत, स्थिरता और समृद्धि का प्रतीक है. विजय मुहूर्त और अपराजिता पूजा मुहूर्त में गाड़ी या घर खरीदना आपके लिए दीर्घकालिक सफलता और सुख-समृद्धि लेकर आएगा.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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