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सिर्फ 4 जड़ी-बूटियां करेंगी आंखों का चमत्कार! स्ट्रेस और थकान गायब, नजर आएगी नई चमक

Ayurvedic Herbs For Eye Strain And Screen Fatigue In Hindi: आजकल लंबे समय तक स्क्रीन पर काम करने और नींद की कमी के कारण आंखों में थकान, ड्राईनेस और स्ट्रेस जैसी समस्याएं आम हो गई हैं. आयुर्वेद में ऐसी कई प्राकृतिक जड़ी-बूटियां बताई गई हैं, जो आंखों को राहत देने, उन्हें पोषण प्रदान करने और स्ट्रेस कम करने में मदद करती हैं. आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, कुछ प्रमुख जड़ी-बूटियों का नियमित रूप से उपयोग करके आंखों को स्वस्थ और तरोताज़ा रखा जा सकता है.

अश्वगंधा (Ashwagandha)
अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. यह शरीर के साथ-साथ आंखों पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है. अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से आंखों की थकान और स्ट्रेस कम होता है, ड्राई आई की समस्या से राहत मिलती है और स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट से आंखों की सुरक्षा होती है. यह आंखों के टिश्यूज़ को मजबूत बनाकर उन्हें हेल्दी रखने में सहायक है.

सौंफ (Fennel Seeds)
सौंफ की तासीर स्वभाव से ठंडी होती है और इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं. सौंफ का सेवन करने या उसके पानी से आंखें धोने से आंखों में जलन और सूखापन कम होता है, साथ ही यह आंखों को ठंडक और आराम देती है. नियमित रूप से सौंफ का पानी पीने से भी आंखों की थकान और स्ट्रेस कम होता है.

त्रिफला (Triphala)
त्रिफला तीन जड़ी-बूटियों आंवला, हरीतकी और बिभीतकी का मिश्रण है. यह एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक मानी जाती है. त्रिफला के पानी से आंखों को धोने से आंखें साफ रहती हैं, टिश्यूज़ को पोषण मिलता है और आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलती है. इसके अलावा, इसका सेवन शरीर से टॉक्सिन्स निकालने और आंखों की सूजन को कम करने में उपयोगी है.

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भृंगराज (Bhringraj)
भृंगराज को आयुर्वेद में ‘किंग ऑफ हर्ब्स’ कहा जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और हर्बल हीलिंग गुण पाए जाते हैं. इसका सेवन करने से आंखों की लालिमा, जलन और थकान में राहत मिलती है. यह आंखों के टिश्यूज़ को पुनर्जीवित करने और उन्हें लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखने में सहायक है.

इन बातों का रखें ध्यान
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप रोज़ाना घंटों तक मोबाइल या कंप्यूटर पर काम करते हैं, तो इन जड़ी-बूटियों का सेवन या उपयोग आंखों के लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकता है. ये न केवल आंखों की थकान को कम करती हैं, बल्कि उन्हें अंदर से पोषण भी देती हैं. अगर आंखों में लगातार जलन, दर्द या धुंधलापन महसूस हो रहा हो, तो स्वयं उपचार न करें, ऐसे में तुरंत किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेना ज़रूरी है.

अश्वगंधा, सौंफ, त्रिफला और भृंगराज, ये चारों जड़ी-बूटियां आंखों के तनाव को कम करने, थकान मिटाने और उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए आयुर्वेदिक वरदान हैं. इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई बातों, जानकारियों और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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