Gaurav Devasi Story: किसी ने सच ही कहा है कि केवल सपने देखने से कुछ नहीं होता, उन्हें पूरा करने का जज़्बा भी उतना ही ज़रूरी होता है. हिंदी सिनेमा में अक्षय कुमार, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी और इरफान खान जैसे कई सितारे हैं, जिन्होंने कभी बेहद साधारण हालातों में जीवन बिताया, लेकिन अपने सपनों को मरने नहीं दिया. ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी अब राजस्थान के पाली जिले के छोटे से गांव कोठार में जन्मे गौरव देवासी की भी है, जिन्होंने बचपन में बकरियां चराने से लेकर बॉलीवुड और वेब सीरीज़ तक का सफर तय किया है.
गौरव देवासी एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं. बचपन में वह गांव में बकरियां चराया करते थे, लेकिन उनके दिल में हमेशा एक्टिंग का सपना पलता रहा. हालात अक्सर उनके ख्वाबों के रास्ते में रोड़े अटकाते रहे, मगर गौरव ने कभी हार नहीं मानी. स्कूल के स्टेज प्रोग्राम्स में सबसे पहले नाम लिखवाना और मंच पर आने की उनकी जिद ही उनके सपनों को साकार करने की पहली सीढ़ी बनी.
स्कूल के मंच से शुरू हुआ सफर
गौरव बताते हैं कि उनका पहला ड्रामा स्कूल में हुआ था. उस प्रस्तुति को शिक्षकों और छात्रों से भरपूर सराहना मिली. यही वह क्षण था, जब उन्होंने तय कर लिया कि उन्हें अपना करियर एक्टिंग में ही बनाना है. आगे चलकर फिल्म स्टूडेंट लाइफ की शूटिंग के दौरान आईएएस डॉ. जितेंद्र सोनी द्वारा मिला सम्मान उनके लिए पहला बड़ा प्रोत्साहन साबित हुआ.
संघर्षों से भरा रास्ता
एक्टिंग की दुनिया तक पहुंचने का रास्ता आसान नहीं था. जब गौरव ने परिवार के सामने फिल्मों में जाने की इच्छा जाहिर की, तो उन्हें सरकारी नौकरी की तैयारी करने की सलाह दी गई. लेकिन उन्होंने अपने सपनों से समझौता नहीं किया. 11वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान उन्होंने फोटोग्राफी का काम शुरू किया, जिसमें मात्र 300 रुपये की सैलरी मिलती थी. बाद में उन्होंने एक कोचिंग संस्थान में एडमिशन काउंसलर की नौकरी की, जहां उन्हें 6500 रुपये प्रतिमाह मिलने लगे. इसी दौरान उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने का साहसिक फैसला किया.
असफलता से मिली सीख
साल 2015 में गौरव ने फिल्म स्टूडेंट लाइफ में लीड रोल निभाया. फिल्म सफल नहीं हो पाई, लेकिन गौरव ने निराश होने के बजाय इससे सीख लेना बेहतर समझा. यही सकारात्मक सोच उनके करियर की सबसे बड़ी ताकत बनी. वर्ष 2023 में उन्हें दिल्ली नेशनल एक्सीलेंस अवार्ड – बेस्ट आर्टिस्ट ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया, वहीं 2024 में राजस्थान सरकार ने उन्हें राजस्थानी फिल्मों में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान दिया.
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बॉलीवुड और वेब सीरीज़ तक पहुंच
गौरव ने बड़े कलाकारों से सीखने के उद्देश्य से कई फिल्मों में एडी (AD) के रूप में भी काम किया. हमारा स्वाभिमान अमर रहे, जंगली, गदर-2 और बड़े मियां छोटे मियां जैसी फिल्मों में उन्होंने पर्दे के पीछे अहम भूमिका निभाई. इसके अलावा वे बॉलीवुड फिल्म पठान और फर्स्ट डेट वेब सीरीज़ में भी नजर आए.
सफलता की चमक
प्रेम थी जोवो फिल्म के सुपरहिट होने के बाद गौरव की किस्मत ने नई करवट ली. इस सफलता ने उनके परिवार और गांव वालों की आंखों में खुशी के आंसू ला दिए. 2025 तक उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया और फिलहाल वे अरन्य पुरुष की शूटिंग में व्यस्त हैं.
आज गौरव देवासी न केवल अपने सपनों को जी रहे हैं, बल्कि पाली जिले और राजस्थान का नाम भी रोशन कर रहे हैं. उनकी कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखने का साहस रखते हैं.

