Crime News: एक इंसान की जान की कीमत कितनी हो सकती है, इस बात का अंदाजा शायद ही लगाया जा सकता है लेकिन बिहार के मधुबनी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें अपने ही हक के मात्र ₹800 बकाया मांगने पर एक मजदूर की हत्या कर दी गई. जी हां, मात्र ₹800 के लिए एक मजदूर की जान ले ली गई. घटना झंझारपुर के बेलारही इलाके की बताई जा रही है, जहां पर आरोप लगाया गया कि एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी के मैनेजर ने मजदूर झोटाई मंडल को तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया. इसके कारण बेचारे मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई.
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घटना ज्यादा पुरानी नहीं है. दरअसल मृतक झोटाई ने अपने मैनेजर से अपनी ही मजदूरी के बकाया ₹800 मांग लिए थे. इस बात से मैनेजर इस कदर गुस्सा हुआ कि उसने उसे छत से धक्का देकर मार दिया. हत्या की खबर लगते ही झंझारपुर हॉस्पिटल में तमाम लोगों की भीड़ जमा हो गई और लोगों ने मौत के बदले मौत की मांग कर डाली और जमकर बवाल किया.
नौ लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज
SHO रंजीत कुमार की जानकारी के मुताबिक, आरोपी मैनेजर संतोष कुमार को अरेस्ट कर लिया गया. इसके साथ ही तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया. मृतक मजदूर की बीवी रीता देवी के बयान के आधार पर ही मैनेजर के साथ-साथ कंपनी के नौ लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है और पुलिस छानबीन कर रही है.
तीसरी मंजिल से नीचे की ओर धक्का दे दिया
परिजनों की मानें तो मृतक की पत्नी रीता देवी माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कार्यालय से आवासीय मकान में खाना बनाने का काम करती है. कुछ दिन पहले ही मैनेजर ने महिला को काम से हटाया था. इसके बाद रीता देवी अपने बीमार पति और बेटे के साथ अपने बकाया ₹800 मांगने के लिए पहुंची थी. इस बात से गुस्सा है. मैनेजर ने उसके पति झोटाई को छत तक घसीटा और फिर वहां से तीसरी मंजिल से नीचे की ओर धक्का दे दिया.
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पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल
आरोपी मैनेजर पूर्वी चंपारण जिले के भगवानपुर के चैनपुर गांव का निवासी है. वहीं मजदूर की मौत की पुष्टि होते ही अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई. लोगों ने हत्या के बदले हत्या की मांग की. इसके बाद बड़ी मुश्किल ने पुलिस ने सभी को शांत कराया मृतक झोटाई की पत्नी रीता देवी का अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल था. उसने कहा कि वह करीब आधा दर्जन घरों में बर्तन धोकर पति की मजदूरी में सहयोग करती थी. अब वह अपने परिवार का पालन कैसे करेगी? बता दें कि रीता के एक बेटे बेटी की शादी हो चुकी है और वहीं तीसरी बेटी अभी घरों में काम के साथ-साथ पढ़ाई लिखाई करती है.