Health News: आजकल किडनी स्टोन यानी की पथरी की बीमारी हो आम हो गई है. दरअसल पथरी गुर्दे में बनने वाले कठोर खनिजों के लवण का जमाव है. किडनी स्टोन बॉडी में यूरिक एसिड ऑक्सलेट, कैल्शियम से मिलकर अन्य पदार्थों से भी बन सकते हैं. जिसे भी पथरी की समस्या हो जाती है, उसे अपने खान-पान को लेकर विशेष ध्यान रखना चाहिए.
कई बार पथरी के मरीजों के मन में यह सवाल उठता है कि उन्हें दही खाना चाहिए या फिर नहीं. आज आपको बताएंगे कि किसी भी पथरी के मरीज को दही खाना चाहिए या फिर नहीं खाना चाहिए?
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दही में प्रोटीन, प्रोबायोटिक, कैल्शियम समेत विटामिन डी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है लेकिन पथरी के मरीजों को सोच समझकर ही इसका सेवन करना चाहिए. दही में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इससे यह कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोंस के लिए जोखिम को बढ़ा सकता है हालांकि ऑक्सलेट को बांधकर उनके अवशोषण को भी काफी कम करता है.
सीमित सेवन करें
दही में पाए जाने वाला प्रोबायोटिक पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है. वहीं, मूत्र में यूरिक एसिड के लेवल को भी कंट्रोल कर सकता है. किडनी स्टोन के मरीज कम फैट वाला दही खा सकते हैं. कई बार दही में अधिक मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन हो जाता है, जिसके चलते कैल्शियम ऑक्सलेट और या फिर फास्फेट स्टोंस को बढ़ा सकती है. ऐसे में किडनी स्टोन के मरीजों को सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए.
कम फैट वाला दही खाएं
अगर किसी के शरीर में पथरी की समस्या है तो उसे दिन भर में 100 से 150 ग्राम वह भी कम फैट वाला दही का सेवन करना चाहिए. कैल्शियम ऑक्सलेट स्टोन में बिना डॉक्टर के कंसर्न किए दही का सेवन नहीं करना चाहिए.
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प्रचुर मात्रा में पिएं पानी
मान लीजिए कि अगर आप पथरी होने के बावजूद दही का सेवन कर रहे हैं तो आपको अपनी भी पर्याप्त मात्रा पीना चाहिए. बता दें कि कितनी स्टोन कई प्रकार के होते हैं और यह मरीज की स्थिति पर ही निर्भर करते हैं. ऐसे में उनके दही का सेवन अलग-अलग हो सकता है. अगर आप किडनी स्टोन मरीज हैं तो आपको इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर या फिर डाइटिशियन से सलाह जरूर लेनी चाहिए.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई बातों, जानकारियों और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.