Pregnant Women Care in pitr

पितृपक्ष के दिनों में गर्भवती महिलाओं को नहीं करने चाहिए ये 9 काम !

Pitru Paksha Rules for Pregnant Women: पितृपक्ष के दिनों में अपने पूर्वजों और पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण जैसे शुभ काम किए जाते हैं. इन दिनों पितरों की खास पूजा-अर्चना की जाती है. बताया जाता है कि पितृपक्ष के दिनों में सभी पूर्वज धरती पर आते हैं और इस दौरान हम जो कुछ भी करते हैं, उससे उनकी आत्मा को शांति पहुंचती है हालांकि इस बार लोगों में पितृपक्ष की तारीख को लेकर बड़ा कंफ्यूजन है कि यह 17 सितंबर से है या फिर 18 सितंबर से.

हिंदू पंचांग के मुताबिक, साल 2024 का पितृपक्ष 17 सितंबर से शुरू होने जा रहा है हालांकि इस दिन श्राद्ध काम नहीं किए जाएंगे. 17 तारीख को ऋषियों के नाम से तर्पण किया जाएगा. पितृपक्ष के पवित्र दिनों में पूर्वजों का पिंडदान अर्थात तर्पण होता है. ऐसे में इस तरह की पूजा में सावधानी जरूर बरतनी चाहिए. हिंदू धर्म के मान्यताओं के अनुसार, पिंडदान की पूजा में अगर किसी भी तरह की लापरवाही या गलती की जाती है तो इससे पितरों की आत्मा अशांत हो सकती है. साथ ही यह भी कहा जाता है कि पितृपक्ष के दिनों में कुछ बुरी आत्माएं भी धरती पर विचरण करती हैं, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को खासकर ध्यान रखना चाहिए वरना उनके शिशु पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष के दिनों में गर्भवती महिलाओं को क्या नहीं करना चाहिए, इसके बारे में चलिए बताते हैं-

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पितृपक्ष के 15 दिनों में गर्भवती महिलाओं को किसी भी सुनसान जगह पर नहीं जाना चाहिए. दरअसल ऐसी जगह पर नकारात्मक शक्तियां होती हैं, जो कि उस पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं.

पितृपक्ष के दिनों में गर्भवती महिलाओं को अकेले रात के समय बाहर नहीं निकलना चाहिए. दरअसल रात में बुरी शक्तियों का असर बढ़ जाता है.

पितृपक्ष के दिनों में गर्भवती महिलाओं को किसी भी बुजुर्ग इंसान का मन नहीं दुखाना चाहिए वरना पितृ नाराज हो जाते हैं.

पितृपक्ष के दिनों में किसी भी गर्भवती महिला को कुत्ते, कौवे और गाय को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए क्योंकि कई बार पितृ इन्हीं रूपों में आकर श्राद्ध का भजन मांगते हैं.

पितृपक्ष के दिनों में किसी भी गर्भवती महिला को गरीब का अपमान नहीं करना चाहिए, ऐसे में पितरों का दिल दुख सकता है और वह श्राप दे सकते हैं.

पितृपक्ष के दिनों में प्रेग्नेंट महिला को कोई भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जो कि शास्त्रों में वर्जित बताया गया हो क्योंकि पितृपक्ष के दिनों में पितृ आसपास ही रहते हैं.

हो सके तो गर्भवती महिलाएं पितृपक्ष के दिनों में फिजिकल रिलेशन ना बनाएं, ऐसा करने से उनका होने वाला बच्चा अस्वस्थ हो सकता है.

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कभी भी पितृपक्ष के दिनों में गर्भवती महिला को नॉनवेज नहीं खाना चाहिए. ऐसा करने से पितरों की नाराज की झेलनी पड़ सकती है.

पितृपक्ष के पावन दिनों में गर्भवती महिलाओं को मेकअप नहीं करना चाहिए और ना ही परफ्यूम लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां जल्दी हावी हो सकती हैं.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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