हां, मैं एक वर्किंग मां हूं…
सुबह की घड़ी में अलार्म से पहले,नींदें टूटती हैं, नजारे दिखते हैं धुंधले,किसी तरह खुद को समझाती हूं,नहा-धोकर ऑफस के […]
सुबह की घड़ी में अलार्म से पहले,नींदें टूटती हैं, नजारे दिखते हैं धुंधले,किसी तरह खुद को समझाती हूं,नहा-धोकर ऑफस के […]
मेरे हमसफर आओ,बना लो मुझे अपना.तुम मेरे हो जाओ,मेरे हमसफर आओ. किया बहुत है तुम्हारा इंतजार,टूटकर बाहों में करना है
किन अल्फाज़ों से मांगें ऐ बेटी हम तुमसे माफी,कुछ कहने से डर आज मेरी रूह भी.कहने को इस मुल्क में
अम्मा…अम्मा… आटे की चिरैया बना दो,वो उड़े न तो वही कागज के पंख लगा दो,मैं हाथों में लेकर पूरे घर