लफ्ज़ों से तुम कुछ कह ना पाओ, आओ मेरे हमसफर आओ
मेरे हमसफर आओ,बना लो मुझे अपना.तुम मेरे हो जाओ,मेरे हमसफर आओ. किया बहुत है तुम्हारा इंतजार,टूटकर बाहों में करना है […]
मेरे हमसफर आओ,बना लो मुझे अपना.तुम मेरे हो जाओ,मेरे हमसफर आओ. किया बहुत है तुम्हारा इंतजार,टूटकर बाहों में करना है […]
किन अल्फाज़ों से मांगें ऐ बेटी हम तुमसे माफी,कुछ कहने से डर आज मेरी रूह भी.कहने को इस मुल्क में
अम्मा…अम्मा… आटे की चिरैया बना दो,वो उड़े न तो वही कागज के पंख लगा दो,मैं हाथों में लेकर पूरे घर