Vastu Tips: नाली के हर घर का एक अहम हिस्सा मानी जाती है. वहीं, दूसरी तरफ हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र को खास महत्व दिया जाता है. कहते हैं अगर आप अपने घर का हर कोना वास्तु शास्त्र के मुताबिक रखते हैं तो इससे घर की खुशियां बरकरार रहती हैं. तमाम चीजों के साथ नाली भी इसमें आती है. कई बार आपने देखा होगा कि घर की नाली चोक हो जाती है तो लोग उसे लंबे समय तक ठीक नहीं कराते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए.
वास्तु शास्त्र में घर की नालियों का चोक होना एक भयंकर वास्तु दोष माना जाता है. कहा जाता है कि अगर इन्हें ठीक ना करवाया जाए तो कई बार यह पूरे परिवार की खुशियों को बर्बाद करने का कारण भी बन जाती है. अगर किसी के घर की नली जल्दी-जल्दी चोक हो जाती है या बंद हो जाती है तो समझ जाइए कि उसके घर में वास्तु दोष है, जिसके कारण उसे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
क्यों नहीं घर में होनी चाहिए बंद नालियां
ऊर्जा प्रवाह में रुकावट: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सकारात्मक ऊर्जा (प्राण ऊर्जा) का प्रवाह सुचारु होना चाहिए. बंद नाली जल और अपशिष्ट के प्रवाह को रोकती है, जो सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को भी बाधित करता है. यह नकारात्मकता को बढ़ाता है.
उत्तर-पूर्व दिशा का महत्व: वास्तु में उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) को सबसे पवित्र और सकारात्मक दिशा माना जाता है. यदि इस दिशा में नाली बंद हो या गंदगी जमा हो, तो यह वास्तु दोष का प्रमुख कारण बनता है, क्योंकि यह दिशा आध्यात्मिक और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होती है.
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गंदगी और नकारात्मकता: बंद नाली के कारण गंदगी, बदबू और कीटाणु जमा होते हैं, जो घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं. यह स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.
जल तत्व का असंतुलन: वास्तु में जल तत्व को धन, समृद्धि और जीवन शक्ति से जोड़ा जाता है. बंद नाली जल के स्वच्छ प्रवाह को रोकती है, जिससे धन और समृद्धि में कमी आ सकती है.
नाली बंद से होने वाले वास्तु दोष के प्रभाव
स्वास्थ्य समस्याएं: बंद नाली के कारण गंदगी और नमी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे श्वास रोग, त्वचा रोग या मानसिक तनाव बढ़ सकता है.
आर्थिक हानि: जल प्रवाह में रुकावट धन हानि या आर्थिक अस्थिरता का कारण बन सकती है.
पारिवारिक कलह: नकारात्मक ऊर्जा के कारण परिवार में तनाव, झगड़े या अशांति बढ़ सकती है.
करियर में रुकावट: ऊर्जा प्रवाह बाधित होने से कार्यक्षेत्र में प्रगति रुक सकती है.
नाली से जुड़े वास्तु दोष दूर करने के उपाय
नाली की नियमित सफाई: नाली को नियमित रूप से साफ रखें ताकि पानी का प्रवाह सुचारु रहे. खासकर उत्तर-पूर्व दिशा में नाली की सफाई का विशेष ध्यान रखें.
नमक का उपयोग: नाली में समय-समय पर सेंधा नमक डालकर साफ करें. यह नकारात्मक ऊर्जा को कम करने में मदद करता है.
वास्तु यंत्र: ईशान कोण में वास्तु यंत्र स्थापित करने से नकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है.
प्राकृतिक रोशनी और हवा: घर में खुली हवा और प्राकृतिक रोशनी का प्रवाह बनाए रखें, क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है.
पौधे लगाएx: उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी जैसे पवित्र पौधे लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
नाली से जुड़ी सावधानियां
नाली का ढक्कन हमेशा बंद रखें ताकि नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश न करे.
रसोईघर या पूजा स्थल के पास नाली न बनाएं क्योंकि यह वास्तु दोष को बढ़ाता है.
नाली का पानी घर के बाहर की ओर निकलना चाहिए, विशेष रूप से दक्षिण या पश्चिम दिशा में, न कि उत्तर-पूर्व में.
बता दें कि वास्तु शास्त्र में स्वच्छता और व्यवस्था को बहुत महत्व दिया जाता है. बंद नाली को ठीक करने और वास्तु नियमों का पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वास्तु दोष के प्रभाव कम हो सकते हैं.
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.