Husband Wife In Jail

जेल की एक बैरक में एक साथ नहीं रखे जाते पति-पत्नी, जानिए बड़ी वजह?

Prison Rules for Husband-Wife: जब से उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का सौरभ हत्याकांड सामने आया है, तब से लगातार उस पर चर्चाएं हो रही हैं. मेरठ निवासी मुस्कान ने अपने लवर के साथ मिलकर के अपने ही हस्बैंड सौरभ की पहले हत्या कर दी और फिर उसके शव को टुकड़े-टुकड़े कर दिया. इतना ही नहीं, उसने हत्याकांड को छिपाने के लिए पहले नीले रंग का ड्रम खरीदा और फिर उसमें पति के टुकड़े डालकर सीमेंट से जमा दिया हालांकि मामला खुलने के बाद पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया और जेल में बंद कर दिया गया है.

जेल पहुंचने के बाद मुस्कान और उसका लवर साहिल कई बार प्रशासन से अलग-अलग तरह की डिमांड कर चुके हैं. यहां तक दोनों ने एक साथ एक बैरक में रहने की गुजारिश की हालांकि इसको प्रशासन ने ठुकरा दिया. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या हसबैंड-वाइफ एक साथ जेल की एक बैरक में रह सकते हैं? पति-पत्नी के जेल की बैरक में एक साथ रहने के पीछे क्या नियम होते हैं, इसके बारे में आपको बताते हैं.

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जानकारी के अनुसार, झांसी जिला जेल अधीक्षक का कहना है कि कभी भी जेल के अंदर महिला और पुरुष बंदियों को एक साथ नहीं रखते हैं. इन दोनों के लिए ही अलग-अलग बने हुए हैं. महिला-पुरुष दोनों को ही अलग-अलग बैरकों में रखा जाता है. अगर किसी केस में पति-पत्नी जेल के अंदर बंद हों तो भी उनको एक साथ रहने की अनुमति नहीं होती है. दोनों को अलग-अलग में रखा जाता है. वैसे तो इसके लिए कोई अलग से नियम नहीं बनाए गए हैं लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से पुरुष और महिला कैदियों को एक साथ नहीं रखा जाता है.

जेल अधीक्षक की जानकारी के मुताबिक, जब कोई खास मौका आता है तो पति-पत्नी की आपस में मुलाकात करवाई जाती है. करवा चौथ के अलावा एनिवर्सरी जैसे मौकों पर पति-पत्नी को कॉमन एरिया में मिलवाया जाता है. भारत की जेलों में कई कपल कैद हैं लेकिन इन सभी को अलग-अलग बैंकों में रखा जाता है. इतना ही नहीं, दोनों को खास सुख-सुविधाएं नहीं दी जाती हैं. इन्हें भी एक आम कैदी की तरह ही ट्रीट किया जाता है. वहीं, जेल में रखे जा रहे पति-पत्नी को एक साथ रहने की परमिशन कुछ ही राज्यों में दी जाती है और कुछ खास फलों के लिए ही दी जाती है.

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कई बार जेल में सजा काट रहे पति-पत्नी को वैवाहिक मुलाकात के लिए मिलवाया जाता है. इस दौरान महिला कैदी को अपने पति कैदी के साथ समय बिताने का मौका दिया जाता है और उन्हें संबंध बनाने का चांस मिलता है. जानकारी के लिए बता दें कि इस तरह की सुविधा खास परिस्थितियों में दी जाती है और यह चांस ज्यादातर उन कैदियों को मिलता है, जिनका व्यवहार अच्छा होता है और वह जेल के सभी नियम-कानूनों का पालन करते हैं.

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