Business Idea: आजकल हर कोई चाहता है कि उसके पास इतने रुपये-पैसे हों कि वह अपने सपनों को पूरा कर सकें और अपने परिवार का ख्याल रख सकें लेकिन इसके बावजूद लोगों का एक शख्स की सैलरी से काम नहीं चलता है. यही वजह है कि लोग सैलरी के साथ-साथ अपना बिजनेस भी सेटअप करना चाहते हैं. वैसे तो भारत में खेती करना सदियों से चला आ रहा है लेकिन कुछ लोग इसे सही नहीं मानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि दशकों से खेती के माध्यम से ही लोग रातों-रात करोड़पति बन गए हैं.
Business Idea: घर बैठे महिलाएं शुरू करें ये बिजनेस, पति से ज्यादा हो सकती कमाई
आज आपको एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे करके आप कम समय में अधिक पैसे कमा सकते हैं. एक समय था, जब ज्यादातर किसान पारंपरिक खेती पर ही ध्यान देते थे लेकिन अब लोग नकदी फसल पर भी फोकस कर रहे हैं. आज के बिजनेस आइडिया में आपको रबड़ की खेती के बारे में जानकारी देंगे, जिससे आप कम समय में बंपर कमाई कर सकते हैं. भारत में कई इलाकों में रबड़ की खेती की जा रही है और किसान तगड़ी कमाई भी कर रहे हैं.
पूरे विश्व में रबड़ उत्पादन के मामले में भारत की गिनती की जाए तो इसे चौथा स्थान मिला है. केरल में सबसे अधिक रबड़ की खेती की जाती है और यहां पर सबसे अधिक रबड़ उत्पादन भी होता है. दूसरे नंबर पर त्रिपुरा राज्य है. इतना ही नहीं, यहां से दूसरे देशों में रबर निर्यात भी की जाती है. आजकल तो भारत के कई और राज्यों में भी रबड़ की खेती का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है. रबर बोर्ड के अनुसार, असम में 58,000 हेक्टेयर, त्रिपुरा में 89,264 हेक्टेयर, नागालैंड में 15,000 हेक्टेयर, मेघालय में 17,000 हेक्टेयर, मिजोरम में 4070 हेक्टेयर, मणिपुर में 4200 हेक्टेयर, अरुणाचल प्रदेश में 5820 हेक्टेयर भूमि पर नेचुरल रबर की खेती की जाती है. भारत के राज्यों से अमेरिका, इटली, चीन, मिस्र, नीदरलैंड, तुर्की, ब्राजील, जर्मनी, मलेशिया, बेल्जियम, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, पाकिस्तान और स्वीडन में प्राकृतिक रबर निर्यात की जाती है.
एक रिसर्च के अनुसार, साल 2020 में भारत से करीब 12000 मीट्रिक टन से ज्यादा प्राकृतिक रबड़ का निर्यात किया गया. अब तो रबड़ उत्पादक राज्यों की लिस्ट में उड़ीसा का नाम भी शामिल हो चुका है. रबड़ का इस्तेमाल इंजन की सील, गेंद, इलास्टिक बैंड, सोल, टायर के साथ-साथ इलेक्ट्रिक उपकरणों से जुड़ी चीजों को बनाने में भी किया जाता है. अगर आप एक बार इसकी खेती करते हैं तो करीब 40 साल तक तगड़ी कमाई कर सकते हैं. वहीं, रबड़ का पौधा लगभग 5 साल में पेड़ बन जाता है और इसके बाद इसमें से रबड़ निकलना शुरू हो जाती है.
Business Idea: 5 साल तक तिजोरी भरेगी नेपियर घास! एक बार खेती कर कमाएं तगड़ा पैसा
रबड़ की खेती के लिए चाहिए ऐसी जलवायु
बता दें कि रबड़ के पेड़ों को हर रोज करीब 6 घंटे धूप मिलना बेहद जरूरी है. अगर आप भी रबड़ की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लेटेराइट लाल दोमट मिट्टी का प्रयोग करना चाहिए. यह रबड़ की खेती के लिए सर्वोत्तम मिट्टी मानी जाती है. इसका पीएच लेवल 4.5 से 6.0 के बीच होना चाहिए.
अगर आप इसके पौधों को लगाना चाहते हैं तो इसका सबसे सही समय जून और जुलाई माना जाता है. रबड़ के पौधों में पानी की काफी ज्यादा जरूरत होती है. अगर जरा भी पानी की कमी हो जाए तो वह सूखापन का शिकार हो जाता है. रबड़ के पौधों में सिंचाई की काफी अधिक आवश्यकता होती है. हो सके तो रबड़ की खेती वहीं पर करें, जहां पर अधिक रोशनी और नमी युक्त जमीन उपलब्ध हो.
कैसे पाएं रबड़ की खेती के लिए लोन
जो किसान रबड़ की खेती करना चाहते हैं, उन्हें केंद्र सरकार और विश्व बैंक से भी आर्थिक सहायता मिल सकती है. जो पेड़ जंगल में उगाए जाते हैं, उनकी ऊंचाई करीब 43 मीटर होती है. वहीं, जो बिजनेस के मकसद से रबड़ के पेड़ उगाए जाते हैं, उनकी ऊंचाई कुछ छोटी होती है.
कैसे निकालें रबड़
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर रबड़ के पेड़ से रबड़ कैसे निकाली जाए तो बता दें कि इसके लिए आपको रबड़ के पेड़ में छेद करना होगा और फिर इसके बाद रबड़ का दूध इकट्ठा किया जाता है. इसे लेटेक्स यानी की रबरक्षीर कहते हैं. इकट्ठा किए गए लेटेक्स को केमिकल के साथ टेस्ट किया जाता है और उसके बाद अच्छी क्वालिटी की रबड़ तैयार की जाती है.
Business Idea: अंधाधुंध कमाई देगा यह बिजनेस, किसी भी गली में शुरू कर कमाएं तगड़ा पैसा
कितनी होगी कमाई
रबड़ के पेड़ से प्राप्त लैटेक्स को सबसे पहले सुखाया जाता है और फिर उसके बाद रबर शीट और दूसरे प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. रबर शीट का प्रयोग टायर ट्यूब के साथ-साथ कई अन्य उत्पादों को भी बनाने में किया जाता है. यानी की रबड़ से मिले हुए लेटेक्स को कई बार प्रोसेसिंग की प्रक्रिया से गुजरना होता है. रबड़ की एक बार खेती करके करीब 40 साल तक पैसे कमाए जा सकते हैं.