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जंग लगेगी कभी नहीं! आ गया स्टील से भी ताकतवर ‘फाइबर सरिया’, जानें खासियत

Utility News: जब भी घर बनाने की बात होती है, सबसे पहले ध्यान आता है- सीमेंट और सरिया (स्टील रॉड्स) का. आज तक घर बनाने में लोहे/स्टील के सरिए का ही इस्तेमाल होता रहा है लेकिन अब एक नया ऑप्शन तेजी से चर्चा में है- फाइबर वाला सरिया (FRP Bars या GFRP Bars). यह तकनीक धीरे-धीरे भारत में भी लोकप्रिय हो रही है. सवाल यह है कि आखिर यह सरिया कितना मजबूत है, इसकी कीमत क्या है और क्या यह सच में स्टील का ऑप्शन बन सकता है?

फाइबर सरिया क्या है?
फाइबर सरिया का पूरा नाम है- Glass Fiber Reinforced Polymer (GFRP). यह सरिया ग्लास फाइबर और पॉलिमर रेज़िन से तैयार होता है. मतलब इसमें लोहे का इस्तेमाल नहीं होता. यही कारण है कि यह जंग-रोधी और हल्का होता है. इसे आप ऐसे समझिए कि यह सरिया दिखने में स्टील जैसा ही होता है लेकिन वजन में बहुत हल्का और ताकत में कहीं ज्यादा मजबूत होता है.

मजबूती और टिकाऊपन
टेंसाइल स्ट्रेंथ (खींचने की ताकत)
स्टील सरिया की ताकत: 250–500 MPa
फाइबर सरिया की ताकत: 1000 MPa से ज्यादा यानी फाइबर सरिया स्टील से लगभग 2-3 गुना ज्यादा मजबूत है.

स्टील की तुलना में चार गुना हल्का होता है. ऐसे में इसे ले जाना, उठाना और लगाना बेहद आसान होता है. स्टील पानी और नमी में जल्दी जंग खा जाता है. फाइबर सरिया को कभी जंग नहीं लगता.

स्टील सरिया लगभग 40-60 साल चलती है लेकिन फाइबर सरिया लगभग 80-100 साल चल सकती है. स्टील सरिया की कीमत ₹60–₹75 प्रति किलो तक होती है लेकिन फाइबर सरिया की कीमत ₹70–₹100 प्रति किलो होती है. पहली नजर में फाइबर सरिया महंगा लगता है लेकिन इसका वजन हल्का है और यह लंबे समय तक चलता है. यानी लाइफटाइम कॉस्ट के हिसाब से यह स्टील से ज्यादा किफायती साबित हो सकता है.

स्टील बनाम फाइबर सरिया
फीचर स्टील सरिया फाइबर सरिया
मजबूती 250–500 MPa 1000+ MPa
वजन भारी 4 गुना हल्का
जंग जल्दी लगती है कभी नहीं
उम्र 40–60 साल 80–100 साल
कीमत ₹60–₹75/kg ₹70–₹100/kg
इंस्टॉलेशन मशीनों पर निर्भर आसानी से मैनुअल

कहां हो रहा है इस्तेमाल?
फाइबर सरिया अभी बड़े प्रोजेक्ट्स में ज्यादा उपयोग हो रहा है, जैसे: समुद्री तटीय इलाकों में कंस्ट्रक्शन, पुल (ब्रिज), फ्लाईओवर और हाईवे प्रोजेक्ट्स, डैम, नहर और वाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट्स, मेट्रो और अंडरग्राउंड स्ट्रक्चर, प्राइवेट हाउसिंग प्रोजेक्ट्स (ट्रायल बेसिस पर) आदि पर.

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भारत में फिलहाल यह स्टील सरिया से महंगा है, लेकिन जैसे-जैसे इसका उत्पादन बढ़ेगा, कीमतें कम होंगी. दुनिया के कई देशों में यह आम विकल्प बन चुका है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में यह भारत में भी घर बनाने का नया ट्रेंड बनेगा.

क्यों लेनी चाहिए
मजबूती और सुरक्षा की बात करें तो फाइबर सरिया स्टील से बेहतर है. यह जंग-रोधी और हल्का है, यानी इंस्टॉलेशन आसान है. शुरुआती लागत थोड़ी ज्यादा है, लेकिन लंबे समय में यह सस्ता और टिकाऊ विकल्प साबित हो सकता है. अगर आप अपना घर समुद्री, नमी वाले या बारिश-प्रवण इलाके में बना रहे हैं तो फाइबर सरिया आपके लिए सबसे सुरक्षित चॉइस हो सकता है.

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