Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मौसम ने एक बार फिर अपना रुख बदल लिया है. प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरे के साथ हल्की ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई हैं, जिससे सर्दी का असर बढ़ गया है. ठंडी हवाओं के प्रभाव से गुरुवार को शेखावाटी अंचल के साथ-साथ जयपुर, अजमेर, कोटा और उदयपुर संभाग के कई इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई. सुबह और शाम के समय ठंड का असर अधिक महसूस किया गया. हालांकि दिन में धूप निकलने के कारण कुछ शहरों में अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी भी दर्ज हुई, लेकिन ठंडी हवाओं ने लोगों को सर्दी का एहसास कराए रखा.
शेखावाटी क्षेत्र के सीकर, फतेहपुर, चूरू और पिलानी, साथ ही नागौर और बीकानेर के आसपास के इलाकों में ठंडी हवाओं का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला. इन क्षेत्रों में सुबह और शाम एक बार फिर कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है, जिससे लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर में घने कोहरे का प्रभाव बना रहा.
बादल छाए रह सकते
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले एक-दो दिन मौसम साफ रहने की संभावना है. हालांकि, उत्तर भारत में आज एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसके प्रभाव से राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी जिलों में 19 से 22 दिसंबर के बीच कहीं-कहीं हल्के बादल छाए रह सकते हैं.
आर्द्रता का औसत स्तर
मौसम विभाग की डेली डेटा रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को प्रदेश में मौसम शुष्क रहा. तापमान की बात करें तो सबसे अधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 31.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा. प्रेक्षण के अनुसार राज्य में आर्द्रता का औसत स्तर करीब 30 से 55 प्रतिशत के बीच दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 19 से 22 दिसंबर के दौरान बादल छाए रहने की संभावना है. इस अवधि में न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है. हालांकि प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क बने रहने के आसार हैं.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 24 दिसंबर से उत्तरी हवाओं का असर तेज हो सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में एक बार फिर 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं 23 दिसंबर से एक कम वायुदाब का क्षेत्र बनने की भी संभावना जताई गई है. इसके प्रभाव से दिसंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो सकता है और ठिठुरन और बढ़ेगी.

