Bizarre News: जब भी कोई इंसान घर बनवाता है तो सबसे पहले वह दरवाजा जरूर बनवाता है. कहते हैं कि दरवाजे से ही घर की सुरक्षा होती है और यह आने जाने का रास्ता होता है तो वहीं दूसरी तरफ आपने सुना होगा कि हमारे भारत में कई तरह की परंपराओं को माना जाता है. कुछ को तो साइंस भी मानती है लेकिन कुछ आस्था से जुड़ी होती हैं.
तमाम ऐसी मान्यताएं हैं, जो कि सालों से चली आ रही हैं और लोग भी मान्यताओं से कोई छेड़छाड़ नहीं करते हैं क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि अगर उन मान्यताओं से छेड़छाड़ कर भी दी जाए तो उसका अंजाम बेहद बुरा भुगतना पड़ता है. राजस्थान में आज भी कई गांव ऐसे मौजूद हैं, जहां पर सदियों पुराने रीति-रिवाजों को माना जाता है. इनमें से एक गांव खेड़ा भी आता है. यह गांव राजस्थान के भीलवाड़ा में स्थित है.
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खेड़ा गांव अक्सर ही चर्चाओं में बना रहता है. दरअसल इस गांव के घर बेहद मशहूर हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी क्या वजह हो सकती है तो चलिए आपको बताते हैं. अब तक आपने लोगों को घरों की सुरक्षा के लिए मजबूत दरवाजे लगाते देखा होगा लेकिन राजस्थान के भीलवाड़ा के खेड़ा गांव में घर तो हैं लेकिन उन्हें दरवाजा एक भी नहीं यानी कि घर तो लोग बनावाते हैं लेकिन दरवाजा नहीं लगाते क्योंकि इसके पीछे बेहद खास वजह है.
बताया जाता है कि भीलवाड़ा के खेड़ा गांव में करीब 300 सालों से लोगों ने घरों में दरवाजे नहीं लगे. कहा जाता है कि इस घर गांव में 100 से ज्यादा परिवार बिना दरवाजे वाले घरों में रहते हैं और उससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि यहां पर आज भी चोरी की एक भी घटना सामने नहीं आई. ना तो इस गांव के थाने में चोरी का कोई केस दर्ज हुआ. कहा तो यह भी जाता है कि इस गांव में जी जो कोई भी अपने घर में दरवाजा लगता है वह तुरंत हटवा देता है क्योंकि उसे कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है.
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मान्यताओं के अनुसार, खेड़ा गांव को एक महात्मा का वरदान मिला था. उन्होंने इस गांव के लोगों को दरवाजा न लगाने के लिए कहा था. गांव वालों के अनुसार, उस गांव की हिफाजत वही महात्मा करते हैं. यही वजह है कि यहां के लोग अपने घरों में दरवाजा नहीं लगाते हैं.