शनिवार के उपाय: शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करता है इस स्तोत्र का पाठ
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शनिवार के उपाय: शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करता है इस स्तोत्र का पाठ

Dharma News: हिंदू धर्म में तमाम देवी-देवता हैं लेकिन इनमें शनि देव का विशेष स्थान है. भगवान शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है और कहा जाता है कि यह कर्म फल दाता भी होते हैं. कई बार लोग लंबे समय तक भगवान शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित रहते हैं, ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी में तमाम तरह के कष्टों का सामना करना पड़ता है.

अगर कोई व्यक्ति शनि की साढ़ेसाती से पीड़ित है तो उसे दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. यह उसके लिए लाभकारी हो सकता है. यह स्त्रोत भगवान शनिदेव को प्रसन्न करने में काम आता है और साथ ही साथ साढ़ेसाती के नकारात्मक प्रभाव को भी काम करने में मदद करता है.

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अगर आप इसका पाठ करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए और फिर स्वच्छ कपड़े पहनना चाहिए. इसके बाद आपको अपने घर में भगवान शनि देव की मूर्ति या पीछे तो स्थापित करना है और धूप दीप जलाना है. शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करने के लिए दशरथकृत शनि स्तोत्र का लगभग 11 या 21 बार पाठ करना चाहिए और हो सके तो पीपल के पेड़ के नीचे पाठ करें. यह ज्यादा फलदाई हो सकता है.

अगर आप पाठ नहीं कर सकते तो आपको शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर भगवान शनि देव की पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा शनिवार के दिन तेल, उड़द, तेल का दान करना चाहिए. इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं.

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शनि के साढ़ेसाती प्रभाव को कम करने के लिए शनि चालीसा या फिर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए और साथ ही साथ काले कुत्ते को भी रोटी खिलानी चाहिए. शनिवार के दिन भगवान की पूजा करें. दरअसल शनि देव ने उन्हें वरदान दिया है कि हनुमान जी के भक्तों को शनि देव कभी परेशान नहीं करेंगे.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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