दोस्ती वो रिश्ता है,
जो खून से नहीं दिल से बनता है.
न कोई लालच, न कोई दिखावा,
सिर्फ़ सच्चाई और अपनापन इसमें रहता है.
सुख-दुःख की हर घड़ी में,
जब सब साथ छोड़ जाते हैं,
तो यही दोस्ती हाथ थामकर,
जीवन का सहारा बन जाती है.
दोस्ती एक मुस्कान है,
जो दिल से निकलकर दिल तक जाती है.
ये वो दुआ है,
जो हर वक्त बिना बोले लग जाती है.
दोस्ती अगर सच्ची हो,
तो भगवान भी पास आ जाते हैं.
क्योंकि दोस्ती में छिपा प्यार,
हर रिश्ते को अनमोल बना जाते हैं.
मां से बड़ी दुनिया में कोई दौलत नहीं…
दोस्ती वो साया है,
जो धूप में ठंडी छांव दे जाता है.
हर तूफ़ान के बीच खड़ा रहकर,
दिल को हिम्मत दिला जाता है.
दोस्ती वो आईना है,
जो हमें हमारी असलियत दिखाती है.
गलत राह पर जब हम भटकते हैं,
तो सही रास्ते की ओर ले जाती है.
दोस्ती का कोई मोल नहीं,
ये तो बस दिलों का मेल है.
कभी हंसी, कभी आंसू,
तो कभी खामोशी का खेल है.
दोस्ती वो खुशबू है,
जो हर सांस में बस जाती है.
वक़्त चाहे बदल जाए,
पर ये रिश्ते की डोर सदा साथ निभाती है.