15 मिनट में 45 गाने गाकर लखनऊ के देवर्ष धर ने रच दिया रिकॉर्ड, नहीं टूटी रिदम
lucknow singer devarsh dhar

15 मिनट में 45 गाने गाकर लखनऊ के देवर्ष धर ने रच दिया रिकॉर्ड, नहीं टूटी रिदम

Lucknow News: ‘मुसीबत से भाग जाना आसान होता है, हर पहलू जिंदगी का इम्तिहान होता है, डरने वालों को कुछ नहीं मिलता है, जिंदगी में लड़ने वाले के कदमों में जहां होता है’… यह लाइन अगर लखनऊ के देवर्ष धर के लिए कही जाएं तो गलत नहीं होंगी. अपने अक्सर ही सुना होगा कि जिंदगी में जो जोखिम उठा कर अपने सपनों के पीछे नंगे पांव दौड़ता है, वही, सफलता हासिल करता है. कुछ ऐसा ही हुआ है आशियाना के निवासी देवर्ष धर के साथ.

वैसे तो वह समाजसेवी हैं लेकिन एक जरूरी गायक भी हैं. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के देवर्ष धर ने अपने नाम एक बेहतरीन रिकॉर्ड दर्ज किया है जो कि बड़े-बड़े सिर्फ भी नहीं कर सके. दरअसल, सिंगर देवर्ष धर ने महज 15 मिनट में 45 गाने गाए, वह भी बिना रिदम टूटे. इसके बाद उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. देवर्ष धर ने यह रिकॉर्ड मई के महीने में बनाया.

लखनऊ से ताल्लुक रखने वाले देवर्ष धर का कहना है कि वह बचपन से ही संगीत में रुचि रखते थे. इसी वजह से मैं 6 साल की उम्र से ही उन्होंने शास्त्रीय संगीत सीखना शुरू कर दिया. उन्होंने भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय से शास्त्री संगीयत में ग्रेजुएशन किया है. खास बात दिया है कि देवर्ष धर न केवल गाने लिखते हैं बल्कि कंपोज करके गाते भी हैं. अपनी प्यारी सी आवाज से लोगों को दीवाना बनाए रखने वाले देवर्ष धर अपने यूट्यूब चैनल पर समय-समय पर तमाम गाने रिलीज करते रहते हैं.

देवर्ष धर ने दूरदर्शन, उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ऑल इंडिया रेडियो के लिए भी परफॉर्म किया है. उनका कहना है कि शास्त्रीय संगीत में उनकी गुरु कावेरी बनर्जी हैं. गुरु-शिष्य परंपरा को निभाते हुए वह उन्हीं से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.

इंश्योरेंस के 5 करोड़ पाने के लिए शख्स ने काट दिए अपने दोनों पैर, फिर…

कौन से गाने गाए देवर्ष धर ने
रिकॉर्ड बनाने के लिए देवर्ष ने बॉलीवुड के पुराने गीतों को चुना. बता दे कि इससे पहले साल 2022 में भी उन्होंने रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें महज 5 मिनट में उन्होंने 18 बॉलीवुड गाने गए थे. खास बात यह है कि देवर्ष ने अपना ही रिकॉर्ड इस बार तोड़ा है. देवर्ष की मानें तो अपने रिकॉर्ड को तोड़ना कोई छोटी बात नहीं थी. इसके लिए उन्होंने महीने भर पहले से ही तैयारी शुरू कर दी. सबसे पहले गानों का सेलेक्शन किया. फिर हर एक मुखड़े से मुखड़े को जोड़ा. हर रोज करीब 2 घंटे तक दमदार प्रैक्टिस की तब कहीं जाकर उन्होंने मई के महीने में यह हैरतअंगेज काम करके दिखाया और अपना टैलेंट साबित किया.

बता दें कि देवर्ष धर वैसे तो समाज सेवा का काम करते हैं, इससे उन्हें काफी खुशी मिलती है. देवर्ष एक एनजीओ के साथ जुड़े हैं और गरीब बच्चों के अंदर की स्किल्स को डेवलप करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायता कर रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि देवर्ष को एक फेलोशिप के तहत यूनाइटेड किंगडम के प्राइम मिनिस्टर डेविड कैमरून से जनसेवा के लिए सम्मान भी मिल चुका है.

बॉलीवुड के लिए गाने का है सपना
देवर्ष धर का कहना है कि वह संगीत के क्षेत्र में ही काम करना चाहते हैं. संगीत ही उनका पैशन है. देवर्ष हर रोज तो 3 घंटे रियाज करते हैं और अपनी आवाज पर बैलेंस बनाने की कोशिश करते हैं. उनका कहना है कि वह अपने खुद के गाने लिखकर कंपोज करते हैं. वह अपना सारा ध्यान गायकी पर ही लगा रखे हैं. उनका सपना है कि वह एक दिन बॉलीवुड के लिए गाएं. इसके लिए वह जी-जान से मेहनत करने में जुटे हुए हैं.

Scroll to Top