Rajasthan Weather: राजस्थान में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है. अरब सागर में सक्रिय हुआ डिप्रेशन सिस्टम रविवार को कमजोर पड़ने के बाद प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा. कई जिलों में तेज धूप निकलने से दिन के तापमान में करीब 7 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. हालांकि, मौसम विभाग ने अब चेतावनी जारी की है कि 1 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय हो रहा है, जिसके चलते राजस्थान के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
17 जिलों में बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, इस नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभागों में आज से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. विभाग ने 17 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. रविवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में आसमान साफ रहा और धूप खिली रही, जिससे फिलहाल ठंड के असर में थोड़ी कमी दर्ज की गई.
कैसा रहा बीते दिन का तापमान
रविवार को मौसम विभाग की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में सबसे अधिक तापमान जैसलमेर में 36.1°C और न्यूनतम 14.5°C दर्ज किया गया. प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हवारविवार को मौसम विभाग की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में सबसे अधिक तापमान जैसलमेर में 36.1°C और न्यूनतम 14.5°C दर्ज किया गया. राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में नमी की मात्रा 30% से 60% के बीच रही. वहीं न्यूनतम तापमान की बात करें तो अजमेर में 14.7°C, भीलवाड़ा में 19.8°C, जयपुर में 19.7°C, सीकर में 14°C, कोटा में 21.6°C, जोधपुर में 16.2°C, बीकानेर में 18.5°C और नागौर में 12.5°C दर्ज किया गया.में नमी की मात्रा 30% से 60% के बीच रही. वहीं न्यूनतम तापमान की बात करें तो अजमेर में 14.7°C, भीलवाड़ा में 19.8°C, जयपुर में 19.7°C, सीकर में 14°C, कोटा में 31.6°C, जोधपुर में 16.3°C, बीकानेर में 18.5°C और नागौर में 13.5°C दर्ज किया गया.
राजस्थान में मानसून ने नया रिकॉर्ड बनाया
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल राजस्थान में मानसून ने नया रिकॉर्ड बनाया है. वर्ष 2025 का मानसून अब तक राज्य के इतिहास में दूसरे सबसे अधिक वर्षा वाले वर्षों में शामिल हो गया है. 125 साल पुराने रिकॉर्ड के अनुसार, वर्ष 1917 में सबसे ज्यादा 844.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जबकि इस साल अब तक 715.2 मिमी वर्षा हुई है, जो औसत 435.6 मिमी से 64% अधिक है. पिछले 15 वर्षों में यह पांचवीं बार है जब राज्य में मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ा है. वर्ष 2011, 2019, 2022, 2024 और अब 2025 में बारिश ने टॉप-10 रिकॉर्ड में जगह बनाई है. खास बात यह है कि 117 साल में पहली बार लगातार दो वर्ष (2024 और 2025) औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिसे विशेषज्ञ जलवायु परिवर्तन का संकेत मान रहे हैं.
नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव
विभाग के अनुसार, नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आज से सक्रिय होगा, जिससे 3 और 4 नवंबर को जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के कुछ जिलों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. बीकानेर संभाग में भी आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है. 5 नवंबर से प्रदेश में मौसम फिर से शुष्क हो जाएगा और उत्तरी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. इससे सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा.
कब शुरू होगी हाड़ कंपाने वाली ठंड
कुल मिलाकर राजस्थान में अब मॉनसून से सर्दी की ओर मौसम का बदलाव शुरू हो चुका है. कुछ हिस्सों में हल्की बारिश राहत दे सकती है, लेकिन 5 नवंबर के बाद ठंडी हवाएं लौटेंगी और प्रदेश में सर्दी का असली दौर शुरू होने की संभावना है.









