Shardiya Navratri 2025 Day 6: शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2025) का छठा दिन (षष्ठी तिथि) मां कात्यायनी की पूजा के लिए समर्पित है. मां कात्यायनी को शक्ति का छठा स्वरूप माना गया है. वे महिषासुर मर्दिनी के रूप में प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने राक्षस महिषासुर का वध कर देवताओं को विजय दिलाई.
मां कात्यायनी की पूजा करने से जीवन में साहस, आत्मविश्वास और सफलता प्राप्त होती है. अविवाहित कन्याओं के लिए मां कात्यायनी विशेष रूप से पूजनीय हैं. कहा जाता है कि उनके पूजन से विवाह संबंधी बाधाएं दूर होती हैं.
कैसा है मां कात्यायनी का स्वरूप
मां कात्यायनी चार भुजाओं वाली हैं. उनके एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में कमल पुष्प है. एक हाथ में वरमुद्रा और दूसरे में अभयमुद्रा है. वे सिंह पर सवार होती हैं.उनका तेज अत्यंत प्रचंड और दैत्य-दमनकारी है.
शुभ मुहूर्त (Shardiya Navratri 2025 Day 6)
तिथि: 27 सितंबर 2025, शनिवार
षष्ठी तिथि आरंभ: 26 सितंबर रात 08:55 बजे
षष्ठी तिथि समाप्त: 27 सितंबर रात 06:50 बजे
पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय: प्रातः 06:20 बजे से 08:10 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त: 11:46 बजे से 12:33 बजे तक
मां कात्यायनी पूजा विधि
प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लें. पूजा स्थल को साफ करके मां कात्यायनी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें. मां को लाल या पीले वस्त्र अर्पित करें. धूप, दीप, पुष्प, चंदन, अक्षत, रोली से पूजा करें. मां को शहद का भोग चढ़ाना अत्यंत शुभ माना जाता है. मां कात्यायनी का ध्यान और मंत्र जाप करें. अंत में मां की आरती करें और परिवार के सुख-समृद्धि की कामना करें.
मां कात्यायनी मंत्र
मूल मंत्र:
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
स्तोत्र मंत्र:
चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना.
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥
मां कात्यायनी पूजा का महत्व
मां कात्यायनी की पूजा से शत्रुओं का नाश होता है.
विवाह में आ रही बाधाएं समाप्त होती हैं.
अविवाहित कन्याओं को योग्य वर प्राप्त होता है.
जीवन में साहस, शक्ति और आत्मबल बढ़ता है.
करियर और व्यापार में सफलता मिलती है.
नकारात्मक ऊर्जा और ग्रह दोष दूर होते हैं.
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शांत होते हैं ग्रह दोष
इस दिन व्रत रखने वाले भक्तों को ब्राह्मणों और कन्याओं को भोजन कराना चाहिए. शहद, गुड़, हल्दी और पीले वस्त्र का दान विशेष रूप से फलदायी माना जाता है. इससे ग्रह दोष शांत होते हैं और विवाह योग प्रबल होता है.
इस प्रकार, शारदीय नवरात्रि 2025 के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा से साधक को साहस, सफलता और वैवाहिक जीवन में सुख प्राप्त होता है.
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.