Health News: आजकल स्मोकिंग करना लोगों के लिए एक स्टेटस सिंबल बन गया है. एक समय था, जब बड़े बुजुर्ग ही स्मोकिंग करते थे लेकिन अब न केवल युवा बल्कि बच्चे भी स्मोकिंग करने लगे हैं. पुरुष तो पुरुष, महिलाएं भी स्मोकिंग की लत का शिकार हो रही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग से न केवल फेफड़ों को नुकसान होता है बल्कि पुरुषों के लिए तो यह काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
दरअसल स्मोकिंग से पुरुषों के लिंग स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. वैसे तो यह असर धीरे-धीरे होता है लेकिन समय के साथ यह बढ़ता जाता है. PubMed में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, अगर कोई पुरुष लगातार स्मोकिंग करता है तो इससे उसके लिंग पर क्या-क्या असर पड़ सकता है, इसके बारे में आपको बताते हैं.
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लिंग में होने वाला इरेक्शन खून की दौड़ान पर निर्भर करता है. ऐसे में अगर बॉडी में ठीक से खून की सप्लाई नहीं होती है तो इससे कई बार इरेक्शन आना या फिर बने रहना काफी मुश्किल हो जाता है. कुछ लोगों को सिगरेट की इतनी बुरी लत होती है कि वह दिन में करीब 5 से 6 बार इसका सेवन करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसमें मौजूद निकोटिन और टॉक्सिक केमिकल्स बॉडी की धमनियों को संकरा कर देते हैं. इससे लिंग तक ब्लड फ्लो की सप्लाई घट जाती है और इरेक्शन में समस्या आने लगती है.
कई स्टडीज में बताया गया है कि स्मोकिंग करने वाले पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का खतरा दोगुना हो जाता है और जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, यह भी बढ़ता जाता है. स्मोकिंग का बुरा असर पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन यानी कि पुरुष हार्मोन पर भी पड़ता है, इससे उनकी सेक्स ड्राइव और स्टेमिना दोनों ही कम होने लगते हैं.
जो लोग नियमित तौर पर सिगरेट का इस्तेमाल करते हैं, उससे उनकी स्पर्म क्वालिटी और अकाउंट दोनों ही कम होने लगते हैं. इससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है और कई बार उन्हें बच्चा पैदा करने में भी दिक्कत हो सकती है. खास बात तो यह है कि जब कोई पुरुष स्मोकिंग छोड़ता है तो उससे उनकी बॉडी रिकवर होना शुरू हो जाती है. उनकी बॉडी में ब्लड फ्लो बेहतर हो जाता है. इरेक्शन सुधर जाता है और सेक्सुअल हेल्थ भी सुधरने लगती है.
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कुछ स्टडीज के अनुसार, स्मोकिंग छोड़ने के 2 से 12 महीना के अंदर ही इरेक्टाइल की समस्या को सुधारने में सहायता मिलती है हालांकि कई बार रिजल्ट व्यक्ति पर भी निर्भर करते हैं.