Tech Desk: डिजिटल युग ने हमारी ज़िंदगी को आसान जरूर बनाया है, लेकिन इसके साथ ऑनलाइन फ्रॉड (Online Fraud) का खतरा भी तेजी से बढ़ा है. बैंकिंग से लेकर शॉपिंग तक, हर चीज अब ऑनलाइन हो चुकी है और इसी सुविधा का फायदा ठग लोग उठा रहे हैं. हर दिन हजारों लोग फिशिंग, OTP फ्रॉड, QR कोड स्कैम, और लिंक ट्रैप जैसी ठगियों का शिकार बन रहे हैं.
अगर आप भी इंटरनेट, यूपीआई या ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है.
आइए जानते हैं ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के 10 आसान और प्रभावी तरीके-
अनजान लिंक या मैसेज पर क्लिक न करें
कई बार फ्रॉड करने वाले SMS, ईमेल या WhatsApp लिंक भेजते हैं जो दिखने में असली लगते हैं. जैसे- ‘आपका KYC अपडेट करें’, ‘लोन अप्रूव हुआ है’, ‘रिवार्ड पाएं’, आदि. इन पर क्लिक करते ही आपका डेटा या बैंक डिटेल चोरी हो सकता है.
बचाव: कभी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपने बैंक की जानकारी केवल आधिकारिक वेबसाइट या ऐप पर ही दर्ज करें.
OTP, PIN या पासवर्ड किसी के साथ शेयर न करें
यह ऑनलाइन सुरक्षा का सबसे पहला और जरूरी नियम है. बैंक या सरकारी एजेंसी कभी भी OTP या PIN नहीं मांगती. अगर कोई कॉल या मैसेज पर OTP पूछता है, तो समझ लें कि यह फ्रॉड है.
बचाव: OTP, पासवर्ड या CVV किसी को भी न बताएं. चाहे वो ‘बैंक कर्मचारी’ ही क्यों न कहे.
कस्टमर केयर नंबर Google से न खोजें
कई ठग नकली कस्टमर केयर नंबर गूगल पर डाल देते हैं. जब आप कॉल करते हैं, तो वे खुद को बैंक अधिकारी बताकर अकाउंट एक्सेस ले लेते हैं.
बचाव: हमेशा आधिकारिक वेबसाइट या बैंक ऐप से ही कस्टमर केयर नंबर लें.
QR कोड स्कैन करने से पहले सोचें
QR कोड स्कैन करने से हमेशा पैसे नहीं मिलते, बल्कि कई बार पैसे आपके अकाउंट से निकल जाते हैं! फ्रॉडर्स ‘पैसे भेजने’ के बहाने QR कोड भेजते हैं और स्कैन करते ही अकाउंट डेबिट हो जाता है.
बचाव: कभी भी अंजान व्यक्ति द्वारा भेजा गया QR कोड स्कैन न करें.
दो-स्तरीय सुरक्षा (2FA) ऑन करें
आपके सभी डिजिटल अकाउंट्स जैसे बैंक, Gmail, Amazon, Paytm आदि में Two-Factor Authentication (2FA) जरूर ऑन करें. इससे बिना आपके मोबाइल या ईमेल वेरिफिकेशन के कोई लॉगिन नहीं कर सकेगा.
पब्लिक Wi-Fi पर ट्रांजेक्शन न करें
कैफे, एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन जैसे जगहों पर पब्लिक Wi-Fi असुरक्षित होता है. हैकर्स ऐसे नेटवर्क से आपके बैंक डिटेल्स ट्रैक कर सकते हैं.
बचाव: सिर्फ अपने मोबाइल नेटवर्क या सुरक्षित Wi-Fi पर ही बैंकिंग या पेमेंट करें.
स्ट्रॉन्ग पासवर्ड बनाएं
कमज़ोर पासवर्ड जैसे ‘123456’ या ‘password’ सबसे ज्यादा हैक होते हैं.
बचाव: पासवर्ड में अक्षर (A-Z), अंक (0-9) और स्पेशल कैरेक्टर (!@#) का मिश्रण रखें और हर 3 महीने में बदलें.
ऐप डाउनलोड करते समय सावधानी रखें
कई नकली ऐप्स असली जैसे दिखते हैं लेकिन उनमें स्पायवेयर या ट्रोजन वायरस होते हैं.
बचाव: सिर्फ Google Play Store या Apple App Store से ही ऐप डाउनलोड करें. डाउनलोड से पहले ऐप रेटिंग और रिव्यू जरूर पढ़ें.
ईमेल और SMS वेरिफाई करें
फिशिंग ईमेल्स में अक्सर बैंक या सरकारी एजेंसी का नाम होता है लेकिन डोमेन नकली होता है. जैसे – bankofbaroda@gmail.com
असली नहीं, जबकि @bankofbaroda.co.in असली होता है.
बचाव: भेजने वाले का ईमेल एड्रेस ध्यान से जांचें और संदिग्ध मेल तुरंत डिलीट करें.
संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत रिपोर्ट करें
अगर आपके खाते से बिना अनुमति के पैसा कट गया हो या किसी फ्रॉड का शक हो तो तुरंत बैंक कस्टमर केयर या साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर संपर्क करें.
बचाव: ‘https://cybercrime.gov.in’ पर शिकायत दर्ज करें. जितनी जल्दी रिपोर्ट करेंगे, उतनी जल्दी पैसा रिकवर होने की संभावना बढ़ेगी.
इन बातों का भी रखें ध्यान
अपने फोन और बैंक ऐप को नियमित रूप से अपडेट करते रहें.
SMS/Email अलर्ट हमेशा ऑन रखें ताकि किसी ट्रांजेक्शन की तुरंत जानकारी मिले.
घरवालों को भी डिजिटल फ्रॉड के बारे में जागरूक करें.

