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नवरात्रि में क्यों नहीं खाना चाहिए लहसुन-प्याज? जानिए असली कारण

Why Not Eat Onion Garlic in Navratri: हिंदू धर्म में पावन माने जाने वाले शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है. इन दिनों माता रानी के नौ रूपों की भक्ति और श्रद्धा भाव से पूजा-आराधना की जाती है. इसके साथ ही सात्विक भोजन भी किया जाता है. कहते हैं कि नवरात्रि के दिनों में इंसान को लहसुन-प्याज नहीं खाना चाहिए लेकिन कई लोगों को इसके पीछे की वजह नहीं पता है. कभी भी नवरात्रि के पावन दिनों में लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए. आज हम इसको आपको इनका परहेज करने के असली कारण बताएंगे.

पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, प्याज और लहसुन ना खाने की वजह का धार्मिक शास्त्रों में खास कारण बताया गया है. मान्यता है कि समुद्र मंथन के समय जब अमृत निकला था तो भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था और अधर्मी देवताओं को अमृत ना मिल सके, इसके लिए खुद भगवान विष्णु ने बेहद सुंदर मोहिनी का रूप धारण करके देवताओं में अमृत बांटा था हालांकि दो राक्षसों राहु और केतु को इस बारे में भनक लग गई और वह देवता का रूप धारण करके देवताओं की पंगत में बैठ गए.

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गले में ही अटक गया अमृत
भगवान विष्णु को इस बात का अंदेशा नहीं हुआ और देवता समझकर उन्होंने अमृत की कुछ बूंदें उन दो राक्षसों को भी दे दी. बाद में सूर्य-चंद्रमा ने उन्हें बताया कि वह दोनों तो राक्षस हैं, यह बात जानते ही भगवान विष्णु ने तुंरत उन दोनों राक्षसों राहु और केतु के सिर धड़ से अलग कर दिए और इसकी वजह से अमृत केवल उनके गले तक ही पहुंच सका. कहा जाता है कि अमृत उनके शरीर में पहुंच नहीं पाया था, केवल उनके मुख में ही रह गया. इसकी वजह से इन दोनों राक्षसों का मुंह अमर हो गया.

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मुंह से गिरने की वजह से लहसुन-प्याज में गंध आती
मान्यताओं के मुताबिक, जब राहु-केतु का सिर काटा गया तो उनके सिर से अमृत की कुछ बूंदें जमीन पर गिर गईं. बस वहीं से प्याज और लहसुन की उत्पत्ति हुई थी हालांकि इन दोनों की उत्पत्ति अमृत से हुई है, इस वजह से यह कई रोगों को नष्ट करने का काम भी करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राक्षसों के मुंह से गिरने की वजह से लहसुन और प्याज में गंध आती है. इसकी वजह से इन्हें पवित्र मान लिया गया और इन्हें भगवान की पूजा-आराधना में इस्तेमाल नहीं किया जाता है.

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आध्यात्म में बाधा आती
शास्त्रों में बताया गया है कि जो लोग प्याज और लहसुन का सेवन करते हैं, उनमें जुनून उत्तेजना और अज्ञानता को बढ़ोतरी मिलती है. ऐसे लोग आध्यात्मिक के मार्ग पर चल नहीं पाते हैं और उन्हें बाधा लगने लगती है. यही वजह है कि हिंदू धर्म में पूजा पाठ या फिर किसी भी व्रत के दौरान प्याज और लहसुन खाने से मनाही होती है.

(Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

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