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Rajasthan Weather: राजस्थान में फिर बरसेगा मानसून! 8 जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी

Rajasthan Weather: राजस्थान में मानसून की विदाई भले ही शुरू हो चुकी हो, लेकिन राज्य के दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में एक बार फिर बारिश का जोर देखने को मिल रहा है. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) जयपुर ने भिलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और जालौर जिलों के लिए भारी से अति भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.

गरज-चमक और बिजली गिरने की आशंका
आईएमडी की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 48 घंटों में इन जिलों में गरज-चमक, आकाशीय बिजली गिरने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. विभाग ने चेतावनी दी है कि आज शाम से कल सुबह तक कुछ इलाकों में 20 से 50 मिमी तक बारिश दर्ज की जा सकती है. भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में भारी बादलों का डेरा रहेगा.

सिरोही और जालौर के पहाड़ी इलाकों में अचानक तेज बौछारें और बिजली गिरने की स्थिति बन सकती है. उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ और बांसवाड़ा के निचले हिस्सों में जलभराव का खतरा है, खासकर नदियों और नालों के किनारे.

पिछले 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटों में भी दक्षिणी राजस्थान में बारिश दर्ज की गई है. उदयपुर के गोगुन्दा में 15 मिमी, प्रतापगढ़ के डालोत में 6 मिमी, डूंगरपुर और बांसवाड़ा के कई हिस्सों में हल्की फुहारें दर्ज की गईं.

वहीं, जयपुर, अजमेर और टोंक जैसे उत्तरी जिलों में मानसून की विदाई के बाद मौसम पूरी तरह शुष्क हो चुका है. यहां धूप खिली रही और तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.

मानसून का अंतिम दौर
मौसम विभाग का कहना है कि यह अलर्ट मानसून के अंतिम चरण का संकेत है. 25 सितंबर के बाद राज्य में मौसम शुष्क होने लगेगा, हालांकि दक्षिणी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा का दौर जारी रह सकता है. येलो अलर्ट का मतलब है कि प्रशासन और लोगों को सतर्क रहना चाहिए, लेकिन स्थिति अभी रेड या ऑरेंज अलर्ट जैसी गंभीर नहीं है.

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प्रशासन और किसानों के लिए निर्देश
जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज करें और लोगों को बिजली गिरने से बचाव के उपायों के लिए जागरूक करें. ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित रखें. अचानक हुई भारी बारिश से मूंगफली और सोयाबीन जैसी खरीफ फसलें प्रभावित हो सकती हैं.

राजस्थान में मानसून की विदाई से पहले दक्षिणी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है. यह बारिश जहां एक तरफ गर्मी और उमस से राहत दे रही है, वहीं किसानों और ग्रामीण इलाकों में चिंता भी बढ़ा रही है.

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