UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है. जहां मंगलवार की तुलना में बुधवार को मौसम सुहावना बना रहा, वहीं गुरुवार से मौसम फिर बदलने की संभावना जताई गई है. 30 अक्टूबर को प्रदेश के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो सकता है.
मौसम विभाग ने वाराणसी, मऊ, प्रयागराज, जौनपुर समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही कई क्षेत्रों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है. यानी 30 और 31 अक्टूबर को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में ठीक-ठाक बारिश और गरज-चमक का मौसम रहेगा. 1 नवंबर से आसमान साफ होने और मौसम के सामान्य होने की उम्मीद है.
30 अक्टूबर को भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में 30 अक्टूबर को बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान दोनों हिस्सों में बादल गरजने, बिजली चमकने और तेज झोंकों वाली हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चलने की संभावना है. वहीं पूर्वी यूपी के कुछ जिलों में भारी वर्षा भी हो सकती है.
इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने बताया है कि गुरुवार को भारी बारिश मुख्य रूप से इन जिलों में हो सकती है: चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही (संत रविदास नगर), जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर और इनके आसपास के इलाके.
इसके अलावा, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर और गाजीपुर जिलों में बादल गरजने और बिजली चमकने की भी संभावना जताई गई है.
पूर्वांचल और बुंदेलखंड में भी बारिश के आसार
आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर और आसपास के इलाकों में भी गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. इन क्षेत्रों में भी 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है.
कमजोर पड़ा ‘मोंथा तूफान’
मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बना गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसके अवशेषों का असर अब भी उत्तर प्रदेश के मौसम पर साफ नजर आ रहा है.
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मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, यह तूफान 28 अक्टूबर की रात आंध्र प्रदेश तट पार करने के बाद उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए कमजोर हुआ और अब दक्षिणी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब (Low Pressure) के रूप में केंद्रित है. आगामी 12 घंटों में यह प्रणाली और कमजोर होकर सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र (Well-marked Low Pressure) में परिवर्तित हो जाएगी.
अगले दो दिन झोंकेदार हवाएं और रुक-रुक कर बारिश
इस सिस्टम के प्रभाव से 30 और 31 अक्टूबर के दौरान दक्षिणी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और तेज झोंकों वाली हवाओं का दौर जारी रहेगा. पूर्वांचल के कुछ जिलों में भारी वर्षा की संभावना भी बनी हुई है. इस दौरान अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग स्थिर रहने की संभावना है.
1 नवंबर से मौसम साफ, 2 नवंबर से हल्की ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक, 1 नवंबर से बारिश की गतिविधियों में कमी आने लगेगी और 2 नवंबर से प्रदेश का मौसम शुष्क हो जाएगा. इसके बाद अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है, यानी नवंबर की शुरुआत हल्की ठंडक के साथ होगी.









