Diaper Rash

Parenting Tips: बच्चों में डायपर रैशेज के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

Parenting Tips: नवजात और छोटे बच्चों की त्वचा (Baby Skin) बहुत ही नाजुक होती है. लंबे समय तक गीले डायपर में रहने, बार-बार पेशाब या मल के संपर्क में आने, टाइट डायपर पहनाने या फिर साफ-सफाई की कमी के कारण बच्चों की त्वचा पर डायपर रैशेज (Diaper Rashes) हो जाते हैं. यह समस्या शिशु को असहज बना देती है, जिससे वह बार-बार रोने और चिड़चिड़ेपन का शिकार हो सकता है.

कई बार यह समस्या बैक्टीरियल या फंगल इंफेक्शन की वजह से भी गंभीर हो सकती है. इसलिए डायपर रैशेज को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

डायपर रैशेज के लक्षण (Diaper Rash Symptoms in Hindi)
डायपर वाले हिस्से पर लालिमा और सूजन
त्वचा का नर्म और दर्दयुक्त हो जाना
छूने या धोने पर बच्चे का लगातार रोना
खुजली और जलन महसूस होना
बच्चे का चिड़चिड़ा और बेचैन हो जाना

डायपर रैशेज से बचाव और घरेलू उपचार (Diaper Rash Home Remedies in Hindi)

  • नारियल तेल (Coconut Oil for Diaper Rash)
    नारियल तेल बच्चों की स्किन को नेचुरल मॉइस्चराइजिंग प्रदान करता है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं, जो रैशेज और इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं. इसके लिए आधा चम्मच नारियल तेल हथेलियों पर लें और धीरे-धीरे प्रभावित हिस्से पर मालिश करें.
  • दही (Yogurt for Diaper Rash)
    दही त्वचा पर मौजूद यीस्ट और बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करने में मदद करता है. यह ठंडक और आराम भी देता है. इसके लिए आप दही को शिशु के आहार में शामिल कर सकती हैं या सीधे प्रभावित हिस्से पर पतली परत लगाकर 10-15 मिनट के लिए छोड़ सकती हैं.
  • एलोवेरा जेल (Aloe Vera for Baby Rash)
    एलोवेरा बच्चों की त्वचा को ठंडक और राहत प्रदान करता है. इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन को रोकने में मदद करते हैं. प्रभावित हिस्से पर ताजा एलोवेरा जेल हल्के हाथों से लगाएं.
  • डायपर बदलने की आदत (Change Diapers Frequently)
    सबसे जरूरी उपाय है कि बच्चे का डायपर समय-समय पर चेक करते रहें. गीला या गंदा डायपर तुरंत बदलें ताकि नमी से त्वचा खराब न हो.
  • डायपर की सही फिटिंग (Proper Fitting Diaper)
    बहुत टाइट डायपर त्वचा पर रगड़ पैदा करता है और ढीला डायपर रिसाव का कारण बनता है. हमेशा बच्चे के लिए आरामदायक और सही साइज का डायपर ही इस्तेमाल करें.
  • कपड़ों की सफाई (Keep Baby Clothes Clean)
    बच्चों के कपड़े हमेशा अलग से माइल्ड डिटर्जेंट से धोएं. केमिकल युक्त डिटर्जेंट से बचें क्योंकि यह त्वचा पर खुजली और जलन बढ़ा सकता है
    डायपर रैशेज से बचाव के अतिरिक्त टिप्स (Extra Tips for Diaper Rash Prevention)
    डायपर बदलने के बाद बच्चे की त्वचा को सूखने दें और हवा लगने दें.
    दिन में कुछ समय बच्चे को बिना डायपर के भी रखें.
    डायपर रैशेज की गंभीर स्थिति में डॉक्टर द्वारा सुझाई गई डायपर क्रीम का इस्तेमाल करें.
    बच्चे के डाइट पर ध्यान दें, कई बार नए खाद्य पदार्थ भी स्किन रिएक्शन का कारण बन सकते हैं.

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बच्चों के डायपर रैशेज को समय रहते रोकना और उसका उपचार करना बहुत जरूरी है. नारियल तेल, दही और एलोवेरा जैसे घरेलू नुस्खे बच्चों की नाजुक त्वचा को सुरक्षित रखने और उन्हें आराम दिलाने में बेहद कारगर हैं. इसके साथ ही डायपर की साफ-सफाई और सही उपयोग से आप अपने बच्चे को इस समस्या से बचा सकती हैं.

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई बातों, जानकारियों और सुझाव पर अमल करने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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