Premanand Baba Ko Bhagwan Krishna Ke Darshan: राधा रानी के परम भक्त बाबा प्रेमानंद महाराज की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है. प्रेमानंद महाराज भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी के अनन्य भक्त कहे जाते हैं. प्रेमानंद महाराज के सत्संग को सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और सोशल मीडिया पर भी इन्हें खूब देखा जाता है. एक बार प्रेमानंद महाराज ने अपने सत्संग में जिक्र किया था कि किस तरह से भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें कहां पर दर्शन दिए थे.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि पूज्य सद्गुरु देव भगवान के पीछे-पीछे गिरिराज जी में वह दंडवती परिक्रमा कर रहे थे. तभी कमर में हाथ रख एक बालक उनके पास आया और उनसे पैसे मांगे. प्रेमानंद महाराज ने बताया कि उन्हें लगा कि वह बालक बृजवासी है. उनके पास कुछ पैसे थे और उन्होंने एक का नोट निकाल कर उसको दे दिया.
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प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि उसकी ऐसी चितवन से देखा ऐसा लगा कि हर चीज में सुख है. बुद्धि ने काम करना बंद कर दिया था. उनसे रहा नहीं गया. प्रेमानंद जी ने अपने महाराज से आगे का एक गांव पूछा और कहा कि एक बालक आया था. इस पर उन्होंने कहा वह बालक नहीं बल्कि श्री कृष्ण थे. प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि उन्हें लगा कि महाराज जी भक्ति भाव से कह रहे हैं.
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जब वृंदावन आए तो भक्ति दी बड़े भजनानंदी महापुरुष किसी घाट पर छतरी के नीचे बैठे हुए थे. तब गिरिराज ने की परिक्रमा के लिए गए थे, उन्होंने कहा तुम्हें परिक्रमा में श्री कृष्ण मिले. इसके बाद प्रेमानंद बाबा ने उत्तर देते हुए कहा नहीं, हमें श्री कृष्ण नहीं मिले. इसके बाद उनके गुरु ने उनसे जोर देकर पूछा- हमने कहा कि एक बालक मिला था. इस पर उन्होंने कहा- हां तो प्रेमानंद महाराज के गुरु ने बताया कि वह श्री कृष्ण ही थे, वह बड़े छलिया हैं और अपने जनों के साथ खेल खेलते हैं.
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प्रेमानंद महाराज के गुरु ने बताया कि श्री कृष्ण के खेल को कोई समझ नहीं पता है. वह स्त्री, व्यक्ति, पशु या फिर बालक हैं. वह बड़े लीला बिहारी हैं. रोज सबसे मिलते हैं. मुस्कुरा कर जाते हैं और कहते हैं मैं तो तेरे साथ खेल रहा हूं. बुद्धि हो तो मुझे पकड़ कर दिखाओ.