Hair Wash Rules: हमारा भारत देश कई तरह की मान्यताओं का देश है. वहीं, हिंदू धर्म में सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी देवता को समर्पित हैं. इसके लिए कई तरह के नियम भी बनाए गए हैं. सप्ताह के सातों दिन में किसी न किसी दिन या तो नाखून काटना वर्जित होता है या फिर बाल या दाढ़ी काटना. इसके साथ ही कुछ सामानों के भी खरीदने की मनाही होती है.
ऐसे में महिलाओं के लिए भी हिंदू धर्म में कई तरह के नियम बताए गए हैं क्योंकि महिलाओं को हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी का दर्जा दिया गया है. हिंदुओं में सुबह उठने से लेकर के रात में सोने तक के कई तरह के नियम बनाए गए हैं. शास्त्रों में बताए गए अगर नियमों का ध्यान ना रखा जाए तो कहा जाता है कि महिलाओं की जिंदगी में कई तरह के संकट आ जाते हैं. हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए बनाए गए नियमों की अनदेखी नहीं करने की सलाह दी जाती है. इसी तरह से महिलाओं को बाल धोने से जुड़े कुछ खास नियम और दिन बताए गए हैं.
क्यों है हिंदू धर्म में निर्वस्त्र नहाने की मनाही? जानिए इसकी सच्चाई
किस दिन बाल ना धोएं कुंवारी कन्याएं
हिंदू धर्म के मुताबिक, बुधवार के दिन कुंवारी कन्याओं को बाल नहीं धुलने चाहिए. ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है. अगर बुधवार के दिन कुंवारी कन्याएं बाल धुलती हैं तो उनकी जिंदगी में कई तरह के कष्ट आ जाते हैं.
दशहरा पर करें ये दमदार टोटका, टल जाएगी जिंदगी की हर मुश्किल
किस दिन बाल ना धुलें सुहागिन स्त्रियां
हिंदू धर्म के मुताबिक, सुहागिन महिलाओं को सप्ताह में मंगलवार, गुरुवार और शनिवार के दिन बाल नहीं धोने चाहिए. अगर इन दोनों कोई भी विवाहित स्त्री अपने बाल धुलती है तो इससे माता लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं. शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है. ऐसे में शुक्रवार के दिन जो महिलाएं बाल झुलती हैं, उससे माता लक्ष्मी प्रसन्न रहती हैं.
Diwali 2023: घर नहीं आएंगी मां लक्ष्मी, दिवाली आने से पहले हटा दें ये चीजें
गुरुवार का भी रखें खास ख्याल
हिंदू धर्म में गुरुवार के दिन को ऐसा कहा जाता है कि इस दिन ना तो पुरुषों को बाल धोने चाहिए और ना ही महिलाओं को. यह दिन बृहस्पति देव को समर्पित होता है. ऐसा करने से आर्थिक स्थिति कमजोर होती है. इसके साथ ही गुरुवार के दिन बालों में तेल भी नहीं लगाना चाहिए. हिंदू धर्म में अमावस्या, पूर्णिमा और एकादशी के दिन भी बाल धुलना और कटवाना अशुभ माना जाता है.
(Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.)