hindu dharm ke vaigyanik karan

यूं ही नहीं होती पीपल-तुलसी की पूजा, हिंदू धर्म की हर मान्यता के पीछे है वैज्ञानिक कारण, क्या आप जानते?

हिंदू धर्म में जन्म से लेकर मरणोपरांत तक कई तरह की परंपराएं निभाई जाती हैं. इन सभी परम्पराओं की अलग-अलग धार्मिक मान्यताएं होती हैं और लोग इनका पालन उसके अनुसार ही करते हैं. हिंदू धर्म एक ऐसा धर्म है जिसकी हर परम्परा में वैज्ञानिक तर्क होता है, ऐसी कई परंपराएं हैं, जिनसे धार्मिक के साथ-साथ वैज्ञानिक तथ्य भी जुड़े हैं.

जमीन पर बैठ कर भोजन करना
भारतीय संस्कृति के अनुसार, जमीन पर बैठ कर भोजन करना अच्छा शिष्टाचार माना जाता है. वैसे इसके कई अन्य फायदे भी होते हैं, जिनके बारे में कम ही लोगों को जानकारी होगी.

वैज्ञानिक तर्क: पालथी मारकर बैठना एक प्रकार का योग आसन है. इस पोजीशन में बैठने से मस्तिष्क शांत रहता है और भोजन करते समय अगर दिमाग शांत हो तो पाचन क्रिया अच्छी रहती है. इस पोजीशन में बैठते ही खुद ब खुद दिमाग से एक सिग्नल पेट तक जाता है कि वह भोजन के लिए तैयार हो जाए.

भोजन की शुरुआत तीखे से और अंत मीठे से करना चाहिए
जब भी कोई धार्मिक या पारिवारिक अनुष्ठान या पारिवारिक अनुष्ठान होता है तो भोजन की शुरुआत तीखे से और अंत मीठे से होता है. क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है?

वैज्ञानिक तर्क : तीखा खाने से हमारे पेट के अंदर पाचन तत्व एवं अम्ल सक्रिय हो जाते हैं, इससे पाचन तंत्र ठीक से संचालित होता है. अंत में मीठा खाने से अम्ल की तीव्रता कम हो जाती है, इससे पेट में जलन नहीं होती है.

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पीपल की पूजा
आमतौर पर लोग सोचते हैं की पीपल की पूजा करने से भूत-प्रेत दूर भागते हैं परन्तु यह भ्रम केवल लोगों को इस पूजा के लिए प्रेरित करने के लिए ही फैलाया गया था.

वैज्ञानिक तर्क : पीपल की पूजा इसलिए की जाती है ताकि इस पेड़ के प्रति लोगों का सम्मान बढ़े और लोग उसे काटे नहीं. पीपल एक मात्र ऐसा पेड़ है, जो रात में भी ऑक्सीजन प्रवाहित करता है और पर्यावरण शुद्ध रहता है जबकि बाकी कई पेड़-पौधे रात को कार्बन-डाइऑक्साइड छोड़ते हैं, जो हानिकारक है.

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दक्षिण की तरफ सिर करके सोना
दक्षिण की ओर यदि कोई पांव करके सोता है तो लोग कहते हैं कि बुरे सपने आएंगे, भूत-प्रेम का साया आएगा क्योंकि दक्षिण दिशा में पूर्वजों का स्थान माना जाता है इसलिए हमें उत्तर की ओर करके सोने को कहा जाता है.

वैज्ञानिक तर्क : जब हम उत्तर की ओर सिर करके सोते हैं तब हमारा शरीर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की तरंगों की सीध में अर्थात समांतर दिशा में आ जाता है. शरीर में मौजूद आयरन यानी लोहा दिमाग की ओर संचारित होने लगता है, इससे अल्जाइमर, पार्किंसन या दिमाग से संबंधित अन्य बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है, यही नहीं रक्तचाप भी बढ़ जाता है. इन सब बीमारियों से बचने के लिए हमें दक्षिण की दिशा में सिर करके सोना चाहिए, उत्तर की दिशा में नहीं. आपने देखा होगा कि मृत शरीर का दाह संस्कार करने या फिर कब्र में दफनाते समय भी मृतक का सिर उत्तर की ओर रखा जाता है.

सूर्य नमस्कार
हिंदुओं में सुबह उठ कर सूर्य को जल चढ़ाते हुए नमस्कार करने की परम्परा काफी पुरानी है.

वैज्ञानिक तर्क : पानी के बीच में से आने वाली सूर्य की इन्फ्रारेड किरणें आंखों तक पहुंचती हैं, जो हमारी आंखों की रोशनी बढ़ाने तथा आंखों को स्वस्थ रखने में काफी उपयोगी हैं.

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तुलसी के पौधे की पूजा
माना जाता है कि तुलसी की पूजा करने से घर में समृद्धि आती है और सुख-शांति भी हमेशा बनी रहती है.

वैज्ञानिक तर्क : तुलसी इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है. लिहाजा अगर तुलसी का पौधा घर में होगा तो इसकी पत्तियों का इस्तेमाल भी होगा और उससे बीमारियां दूर होती हैं तथा वातावरण भी शुद्ध रहता है.

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