Trending Quiz: दूध और दूध से बने प्रोडक्ट का किसे पसंद नहीं आते हैं. दूध से कई तरह की मिठाइयां बनती हैं, पनीर बनता है और इसके अलावा न जाने क्या-क्या खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं लेकिन क्या कभी आपके मन में यह सवाल उठा है कि जानवर खासकर के गाय खाती तो हरी घास हैं, फिर इनका दूध सफेद कैसे होता है? यह सवाल ऐसा है, जिसके बारे में शायद लोगों ने सोचा हो लेकिन अब आपके मन में इसका जवाब जानने की कुलबुलाहट उठी होगी. आज आपको इस सवाल का जवाब तो बताएंगे, वह भी विज्ञान की नजर से.
गाय के सफेद रंग के दूध के पीछे कई कारण हैं. दरअसल दूध में कैसीन प्रोटीन पाया जाता है, जो की दूध को सफेद करता है. जब दूध पर प्रकाश पड़ता है तो यह प्रोटीन प्रकाश को कई दिशाओं में बिखेर देता है और इसी वजह से दूध सफेद नजर आता है. यह प्रक्रिया ठीक उसी तरह से है, जब सूर्य का प्रकाश बादल का पड़ता है तो वह सफेद नजर आते हैं.
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दूध में मौजूद फैट भी दूध को सफेद रंग देने में योगदान देता है. दरअसल फैट के छोटे-छोटे पार्टिकल्स प्रकाश को बिखेर देते हैं और इसकी वजह से दूध सफेद नजर आता है. दूध में कई अन्य पदार्थ भी पाए जाते हैं, जो कि विटामिन खनिज और लैक्टोज आदि होते हैं. इन सभी के मिलने से दूध का रंग सफेद नजर आता है.
कई बार हम इंसान यह सोचते हैं कि हम जो भी जैसा कहते हैं, वैसा ही हमारे शरीर में जाता है लेकिन यह बिल्कुल ठीक नहीं है क्योंकि हमारा शरीर भोजन को पचाने का काम करता है और उससे पोषक तत्व निकालता है. ठीक इसी तरह यह बात गायों पर भी लागू होती है. जब गाय हरी घास खाती है तो उसका पाचन तंत्र घास को तोड़ने का काम करता है और उसके पोषक तत्व को निकालता है.
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घास के पोषक तत्व गाय के खून में मिलते हैं और फिर दूध के प्रोडक्शन में इस्तेमाल किए जाते हैं. गाय के शरीर में मौजूद तत्व उसके भोजन को दूध में बदलते हैं और इन सारे पोषक तत्वों की वजह से दूध का रंग सफेद हो जाता है. जिन गायों का आहार घास नहीं होता है, उनके दूध में हल्का पीलापन या भूरापन नजर आता है. यही वजह है कि गाय खाती तो हरी घास है लेकिन दूध सफेद देती है.