Foods to increase fertility: आजकल की भागती-दौड़ती जिंदगी में पुरुषों को क्या, महिलाओं को भी अपना ध्यान रखने का समय नहीं मिलता है. आजकल तो महिलाएं भी पुरुषों के कंधे में कंधा मिलाकर काम कर रही हैं. वह भी ऑफिस जाती हैं, बाहर के कामों को करती हैं. ऐसे में बदलती लाइफस्टाइल के चलते महिलाओं को शरीर से जुड़ी हुई कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इन समस्याओं में से एक है फर्टिलिटी प्रॉब्लम.
बाहर के तले-भुने खाने, अलग-अलग तरह की कोल्ड ड्रिंक्स और आस-पास के वातावरण में मौजूद तमाम तरह के प्रदूषण के कारण आजकल की महिलाओं में फर्टिलिटी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है. इसके साथ ही समय पर पीरियड का न आना और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम जैसी प्रॉब्लम्स देखने को मिल रही हैं. इन सब की वजह से भी महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ रही है. इससे छुटकारा पाने के लिए लड़कियां और महिलाएं कई तरह के नुस्खे आजमाना शुरू कर देती हैं.
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कई महिलाएं तो बच्चे की प्लानिंग से करीब 6-7 महीने पहले ही को बढ़ाने के लिए डाइट प्लान बनाते हैं और साथ ही कई तरह के योग व्यायाम करना भी शुरू कर देती हैं. अगर आप भी बच्चा कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं या फिर अपनी फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए कुछ प्लान कर रही हैं तो हम आपको पांच ऐसे फूड के बारे में बताएंगे, जिनका नियमित रूप से सेवन करने से आप अपने कंसीविंग पावर बढ़ा सकती हैं. इससे साथ ही आप एग काउंट और उनकी क्वालिटी को भी बेहतर बना सकती हैं-
क्विनोआ
इस अनाज में ग्लूटेन नहीं पाया जाता है. यह कई पोषक तत्वों से भरा होता है. क्विनोआ बॉडी के हारमोंस को बैलेंस करने का काम करता है. इसके सेवन से महिलाओं में फर्टिलिटी की क्षमता बढ़ती है. क्विनोआ में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, जिंक और फोलिक एसिड पाया जाता है. यह महिलाओं के अंडों की क्वालिटी को सुधारने का काम करता है. गर्भ में पलने वाले बच्चे की हेल्दी ग्रोथ के लिए भी क्विनोआ का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान किया जाता है. फर्टिलिटी बढ़ाने में यह काफी मददगार होता है.
सूरजमुखी के बीज
महिलाओं में फर्टिलिटी बूस्ट करने में सूरजमुखी के बीज काफी मदद करते हैं. इनके सेवन से महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार आने के चांसेस बढ़ जाते हैं. पब मेड के द्वारा की गई एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि सनफ्लावर सीड्स में विटामिन ई की खासी मात्रा पाई जाती है. यह स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मददगार होता है. सूरजमुखी के बीजों को फोलिक एसिड, जिंक और सेलेनियम का बेहतरीन सोर्स माना जाता है.
दालचीनी
लगभग भारत के हर घर के किचन में दालचीनी मौजूद होती है. इसको खाने को स्वादिष्ट बनाने में इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि दालचीनी में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं, जो कि महिलाओं में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं. जिन लोगों को पीरियड सर्किल से जुड़ी समस्या होती है, उन्हें नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करना चाहिए. इससे पीरियड सर्कल को नियमित किया जा सकता है.
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दाल और बींस
अमेरिकन जर्नल ऑफ ऑब्सटेट्रिक्स गाइनेकोलॉजी की एक स्टडी के अनुसार, दालों और बींस में बेहतरीन मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. अगर नियमित तौर पर महिलाएं बींस और दालों का सेवन करती हैं तो उनके अंदर ओव्युलेशन क्षमता बेहतर होती है. बींस और दालों में आयरन, थायमीन, फास्फोरस, कैल्शियम, कैरोटीन, नियासिन, राइबोफ्लेविन और विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. ये शारीरिक विकास के लिए बेहद अच्छे माने जाते.
अंडों का सेवन
जो महिलाएं हर रोज एंड का सेवन करती हैं, उनमें फर्टिलिटी क्षमता बेहतर होती है. अंडे प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स माने जाते हैं. कई बार रिसर्च में यह बात सामने आई है कि रोज अंडे खाने वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता कम खाने वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता से ज्यादा होती है. फर्टिलिटी बूस्ट करने के लिए महिलाओं को सप्ताह में कम से कम 5 रनों का सेवन जरूर करना चाहिए.
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