मुझे सफल खुद से ज्यादा, दूसरों के लिए होना है!
मुझे सफल खुद से ज्यादा, दूसरों के लिए होना है,जिनकी नजर में मेरी मेहनत मिट्टी का खिलौना है.वो जिन्होंने देखी […]
मुझे सफल खुद से ज्यादा, दूसरों के लिए होना है,जिनकी नजर में मेरी मेहनत मिट्टी का खिलौना है.वो जिन्होंने देखी […]
ऐ इंसान तू भी क्या कमाल है,आंखों पर तेरी कैसे भ्रमों का जाल है?खुद को कभी सिख, हिंदू तोकभी कहता
ऐ इंसान तू भी क्या कमाल है, आंखों पर तेरी कैसे भ्रमों का जाल है और देखें »
हां, मुझे अपने हाथों से मोहब्बत है,लिखी जिनमें मेरी किस्मत है. कभी पापा ने पकड़ चलना सिखाया था,कभी मां ने
जमाने से हो रही हूं तन्हा,अब आकर मिल मुझे तू कान्हा.गोपियां तू हजार दिल में बसाना,मुझे कभी भी न भुलाना.
अजब सा सुकून आज मेरे दिल में छाया है,इक प्यारा सा घरौंदा मेरे घर में नजर आया है. कभी मैं
आज फिर वह लम्हा आया है,जब मैंने खुद को बहुत तन्हा पाया है. सबकुछ तो मेरे पास है,फिर किस सुकून
मेरे हमसफर आओ,बना लो मुझे अपना.तुम मेरे हो जाओ,मेरे हमसफर आओ. किया बहुत है तुम्हारा इंतजार,टूटकर बाहों में करना है
किन अल्फाज़ों से मांगें ऐ बेटी हम तुमसे माफी,कुछ कहने से डर आज मेरी रूह भी.कहने को इस मुल्क में
सुनो, जब दुनिया आंखें चार कर रही है,मैं अपनी तन्हाई संग तुम्हारा इंतजार कर रही हूं, महफिलों में सब उड़ाते
अम्मा…अम्मा… आटे की चिरैया बना दो,वो उड़े न तो वही कागज के पंख लगा दो,मैं हाथों में लेकर पूरे घर
मेरा सपना, मेरा बचपनआज भी वो बचपन याद आता है. वो तेरी-मेरी पेंसिल बड़ी-छोटी करना,वो छोटा-छोटी बातों पर शिकायत करना,वो