जानने दो सबको कि हर महीने, जिस्म से तुम कितना खून बहाती हो!
क्यों आती है शर्म तुम्हें,तुम क्यों छिपाती हो,जानने दो सबको कि हर महीनेजिस्म से तुम कितना खून बहाती हो? आने […]
जानने दो सबको कि हर महीने, जिस्म से तुम कितना खून बहाती हो! और देखें »
क्यों आती है शर्म तुम्हें,तुम क्यों छिपाती हो,जानने दो सबको कि हर महीनेजिस्म से तुम कितना खून बहाती हो? आने […]
जानने दो सबको कि हर महीने, जिस्म से तुम कितना खून बहाती हो! और देखें »
मुझे सफल खुद से ज्यादा, दूसरों के लिए होना है,जिनकी नजर में मेरी मेहनत मिट्टी का खिलौना है.वो जिन्होंने देखी
मुझे सफल खुद से ज्यादा, दूसरों के लिए होना है! और देखें »
ऐ इंसान तू भी क्या कमाल है,आंखों पर तेरी कैसे भ्रमों का जाल है?खुद को कभी सिख, हिंदू तोकभी कहता
ऐ इंसान तू भी क्या कमाल है, आंखों पर तेरी कैसे भ्रमों का जाल है और देखें »
हां, मुझे अपने हाथों से मोहब्बत है,लिखी जिनमें मेरी किस्मत है. कभी पापा ने पकड़ चलना सिखाया था,कभी मां ने
हां, मुझे अपने हाथों से मोहब्बत है और देखें »
जमाने से हो रही हूं तन्हा,अब आकर मिल मुझे तू कान्हा.गोपियां तू हजार दिल में बसाना,मुझे कभी भी न भुलाना.
जमाने से हो रही हूं तन्हा, ओ मेरे कान्हा और देखें »
अजब सा सुकून आज मेरे दिल में छाया है,इक प्यारा सा घरौंदा मेरे घर में नजर आया है. कभी मैं
इक प्यारा सा घरौंदा मेरे घर में नजर आया है… और देखें »
आज फिर वह लम्हा आया है,जब मैंने खुद को बहुत तन्हा पाया है. सबकुछ तो मेरे पास है,फिर किस सुकून
एक बार फिर ‘खुद’ से मिला दे मुझे… और देखें »
मेरे हमसफर आओ,बना लो मुझे अपना.तुम मेरे हो जाओ,मेरे हमसफर आओ. किया बहुत है तुम्हारा इंतजार,टूटकर बाहों में करना है
लफ्ज़ों से तुम कुछ कह ना पाओ, आओ मेरे हमसफर आओ और देखें »
किन अल्फाज़ों से मांगें ऐ बेटी हम तुमसे माफी,कुछ कहने से डर आज मेरी रूह भी.कहने को इस मुल्क में
हर दरिंदा बने ‘चांद सी हसीं बेटी का वारिस’ और देखें »
सुनो, जब दुनिया आंखें चार कर रही है,मैं अपनी तन्हाई संग तुम्हारा इंतजार कर रही हूं, महफिलों में सब उड़ाते
हमारी चाहतों का ऐसा आगाज़ होगा… और देखें »
अम्मा…अम्मा… आटे की चिरैया बना दो,वो उड़े न तो वही कागज के पंख लगा दो,मैं हाथों में लेकर पूरे घर
बस एक बार मेरा बचपन लौटा दो… और देखें »