Diwali 2023: दिवाली को हिंदुओं का बड़ा त्योहार कहा जाता है. खुशियों और दियों से भरे इस पर्व को भारत में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इसलिए लोग घरों में दिए जलाते हैं तो वहीं साथ ही साथ भगवान श्री राम की अयोध्या वापसी की खुशी भी मनाते हैं. इस दिन लोग अपने घरों को खूब सजाते हैं. भारतीय समाज में दिवाली को भाईचारे का प्रतीक भी कहा जाता है. दिवाली एक ऐसा त्योहार होता है, जो कि हर धर्म जाति समुदाय के लोग मिलकर मनाते हैं.
दिवाली के दिन भगवान गणेश, माता लक्ष्मी समेत कुबेर देवता की पूजा की जाती है, जो की सुख-समृद्धि और धन के देवता माने जाते हैं. कहते हैं कि इस दिन जो कोई भी विधि-विधान से माता लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा करता है, उनके घर में पूरे साल भर धन की कमी नहीं होती है और पैसों की खूब बारिश होती है.
यह बात तो आप जानते ही हैं कि दिवाली पर घर के हर कोने को दिये से रोशन किया जाता है. यह पारंपरिक रीतियां होती हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के साथ-साथ वास्तु शास्त्र में दिये की दिशा से जुड़ी कुछ बातें बताई गई हैं, जिनके अनुसार अगर आप उसे दिशा में दिया जलाते हैं तो माता लक्ष्मी आपसे रुष्ट हो सकती हैं और आपके घर में धन संकट टूट सकता है.
पड़ता है अशुभ प्रभाव
जी हां, कहते हैं कि दिवाली में भी घर की दक्षिण दिशा में दिया नहीं जलाना चाहिए. इससे अशुभ प्रभाव पड़ता है. दरअसल दक्षिण दिशा को भगवान यमराज की दिशा माना जाता है. मान्यता है कि नरक चतुर्दशी के दिन भगवान यमराज धरती पर आते हैं और इंसानों की मृत्यु का समय तय करते हैं. ऐसे में दक्षिण दिशा में जो लोग दीपक जलाते हैं, वह यमराज को घर आने का रास्ता दिखाते हैं. इससे घर के लोगों पर गलत असर पड़ता है.
अकाल मृत्यु से होगा बचाव
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, दिवाली के से पहले यमराज के निमित्त एक विशेष दीपक जलाना फायदेमंद माना जाता है. इससे अकाल मृत्यु से बचाव होता है. इतना ही नहीं, इस दीपक को भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए. इस दीपक को पीपल के पेड़, चौराहे या फिर मंदिर में रखा जा सकता है.
(Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.)