Rajasthan Weather: उत्तर भारत में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और अरब सागर में बने वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम के असर से राजस्थान के मौसम में सोमवार को हल्का परिवर्तन देखने को मिला. इस बदलाव का असर विशेष रूप से राज्य के उत्तर-पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों में महसूस किया गया. बीकानेर, श्रीगंगानगर, बांसवाड़ा, जैसलमेर और आसपास के क्षेत्रों में आसमान पर हल्के से मध्यम बादल छाए रहे, जिससे धूप की तीव्रता में कमी आई और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई.
मौसम विभाग के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण राज्य के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक नीचे दर्ज हुआ. जैसलमेर, फलोदी, श्रीगंगानगर और अलवर जैसे जिलों में दिन का तापमान सामान्य से कम रहा. वहीं, उत्तरी राजस्थान के इलाकों में सुबह के समय हल्की धुंध और कोहरे की परत देखी गई, जिससे दृश्यता कुछ समय के लिए प्रभावित रही.
हालांकि, विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में राज्य में मौसम शुष्क रहेगा और वर्षा की संभावना नहीं है. हवा की दिशा उत्तर-पूर्वी रहने से रात और सुबह के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है. इसके साथ ही सीकर, झुंझुनू, सिरोही और चित्तौड़गढ़ जैसे इलाकों में सुबह-शाम की ठंड अब महसूस होने लगी है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि सर्दी धीरे-धीरे दस्तक दे रही है.
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राजस्थान के प्रमुख जिलों का सोमवार को अधिकतम तापमान इस प्रकार रहा:
बाड़मेर – 37.2°C (राज्य का सबसे गर्म जिला)
जैसलमेर – 35.1°C
जोधपुर – 34.7°C
चित्तौड़गढ़ – 34.8°C
बीकानेर – 34.2°C
चूरू – 34.6°C
गंगानगर – 33.8°C
टोंक – 34.2°C
राज्य के दक्षिणी हिस्से जैसे सिरोही और बांसवाड़ा में सुबह-शाम की ठंड अब स्पष्ट रूप से महसूस की जा रही है, जबकि उत्तरी जिलों में हल्की हवाओं के साथ तापमान में धीरे-धीरे गिरावट का रुझान बना हुआ है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अक्टूबर के अंत तक न्यूनतम तापमान में और कमी आने की संभावना है, जिससे सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा.