micro wedding in india

Micro Wedding: कहीं आपके बच्चे भी न कर लें ‘माइक्रो वेडिंग’? मुंह फुला बैठेंगे रिश्तेदार

What Is Micro Wedding Trend: हर परिवार में कोई ना कोई लड़की या फिर लड़का ऐसा होता है, जिसकी शादी का हर किसी को इंतजार होता है. उसकी शादी में शामिल होने के लिए परिवार के लोगों से लेकर के दूर-दूर के रिश्तेदार भी तैयारी करके बैठे होते हैं लेकिन जरा सोचिए कि वह लड़का या फिर लड़की माइक्रो वेडिंग कर ले तो क्या होगा? माइक्रो वेडिंग का चलन तेजी से आजकल बढ़ रहा है. ऐसे में आजकल के युवाओं का माइक्रो वेडिंग करना कोई बड़ी बात नहीं है हालांकि इससे आपके रिश्तेदारों का मुंह जरूर फूल जाएगा. अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर माइक्रो वेडिंग होती क्या है तो चलिए आपको बताते हैं.

दरअसल आजकल शादी एक बहुत ही बड़ा समारोह बन गई है. जैसे घर में किसी की शादी फिक्स होती है तो लोग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आर्थिक रूप से भी थक जाते हैं. शादियों में न केवल सैकड़ों-हजारों मेहमान आते हैं बल्कि तमाम तरह की रस्में भी अदा की जाती हैं. वहीं, आजकल तो शादी से पहले प्री वेडिंग, हल्दी, मेहंदी, संगीत से लेकर के शादी के बाद रिसेप्शन पोस्ट वेडिंग समेत कई अन्य फंक्शन होने लगे हैं, जिसके चलते दूल्हा दुल्हन के साथ-साथ ऑर्गेनाइजर्स पर तगड़ा बजट का खर्चा बैठने लगा है. ऐसे में आजकल माइक्रो वेडिंग एक बेहतरीन ऑप्शन बन रही है, जो कि मिडिल क्लास से लेकर के युवा पीढ़ी को भी खूब पसंद आ रही है.

ट्रेन के टॉयलेट में न मिले पानी तो रेलवे देगा 25 हजार रुपये, जानें कहां करें शिकायत 

माइक्रो वेडिंग कम बजट में अपने लोगों के साथ बिना किसी तनाव के आराम से निपट जाती है. भले ही माइक्रो वेडिंग में भारतीय पारंपरिक शादी की भव्यता कम देखने को मिलती है लेकिन इसके माध्यम से लोगों पर बजट का खर्चा कम आता है और लोग अपने चहेतों और करीबी लोगों के साथ अपनी शादी को यादगार बना सकते हैं.

आखिर क्यों माइक्रो वेडिंग का लोगों में क्रेज बढ़ रहा है और इसके फायदे नुकसान क्या हैं, इसके बारे में आपको बताते हैं.

क्या है माइक्रो वेडिंग
छोटी और इंटिमेट शादी को माइक्रो वेडिंग कहा जाता है. इसमें करीब 20 से 50 मेहमानों को ही इनवाइट किया जाता है हालांकि इसमें पारंपरिक शादी की सभी रस्मों को निभाया जाता है लेकिन यह कम भव्यता के साथ निभाई जाती है और इनमें कम खर्च भी लगता है. सभी जानते हैं कि भारत में हमेशा से ही भव्य और बड़ी शादियों का क्रेज रहा है. यहां पर शादियों में हजारों रिश्तेदार इनवाइट किए जाते हैं लेकिन जब से कोरोना महामारी आई है और लॉकडाउन लगा है, उसके बाद से लोगों को छोटे समारोह करना ज्यादा पसंद आ रहा है. माइक्रो वेडिंग सबसे ज्यादा उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो कि अपनी शादी के साथ-साथ रिसेप्शन को प्राइवेट समारोह बनाना चाहते हैं.

जो लोग शादी में बहुत ज्यादा हो-हल्ला या चहल-पहल नहीं चाहते हैं, उनके लिए माइक्रो वेडिंग एक बेस्ट ऑप्शन है. माइक्रो वेडिंग के खर्चे की बात की जाए तो यह पारंपरिक शादी की तुलना में काफी कम हो सकती है. इसमें मेहमानों की संख्या कम होती है. ऐसे में शादी के वेन्यू से लेकर के खाने-पीने और इनविटेशन कार्ड के साथ-साथ समय और पैसे दोनों की ही बचत हो सकती है.

मेहमानों को दे सकते समय
भारतीय शादियां जब भी की जाती है तो बहुत अधिक मेहमानों को इनवाइट किया जाता है. इसके चलते सभी मेहमानों को समय परिजन नहीं दे पाते हैं. यही वजह है कि कई मेहमान नाराज भी हो जाते हैं लेकिन माइक्रो वेडिंग में ऐसा नहीं है. उसमें कम लोग आने की वजह से सभी मेहमानों को न केवल समय दिया जा सकता है बल्कि उनसे अच्छे से बात भी की जा सकती है. ऐसे में माइक्रो वेडिंग में मजेदार यादें और मजबूत रिश्ते बनाने का मौका भी मिल जाता है.

ट्रेन में न बजाएं तेज गाने, वरना मिलेगी इतनी सजा! क्या TT स्टेशन पर उतार भी सकता है?

फालतू की सलाह नहीं मिलती
माइक्रो वेडिंग करने का सबसे बेहतरीन फायदा होता है कि आप उसमें गैर जरूरी लोगों की सलाह लेने से बच जाते हैं. दरअसल भारत की पारंपरिक शादियों में तमाम लोग ऐसे आते हैं, जो कि बिना वजह न केवल दूल्हा दुल्हन बल्कि उनके परिजनों को भी तमाम तरह की सलाह देते हैं, चुगली करते हैं और लड़ाइयों की जड़ बनते हैं लेकिन अगर आप माइक्रो वेडिंग करते हैं तो इसमें आपकी कुछ खास लोग शामिल होते हैं और आपका समारोह बेहतर होता हैय

कम तनावपूर्ण
माइक्रो वेडिंग में शादी की व्यवस्था करना बेहद आसान माना जाता है. दरअसल इसमें ग्रैंड बनाने का दबाव नहीं होता है और पैसे भी कम लगते हैं. ऐसे में दूल्हा दुल्हन के साथ-साथ परिजन भी कम तनाव महसूस करते हैं.

वेन्यू के ज्यादा ऑप्शन
अगर आप भारतीयों की पारंपरिक शादियां देखें तो उसमें अधिक मेहमानों की वजह से बड़े वेन्यू ढूंढने पड़ते हैं. इसके चलते खर्च भी काफी अधिक हो जाता है लेकिन अगर आप माइक्रो वेडिंग करते हैं तो इसके लिए आपके पास जगह के ऑप्शन बढ़ जाते हैं. माइक्रो वेडिंग किसी भी पार्क, मंदिर, कैफे, रिजॉर्ट या रेस्टोरेंट में की जा सकती है. डेस्टिनेशन वेडिंग भी की जा सकती है.

नाराज हो सकते रिश्तेदार
हालांकि जो लोग माइक्रो वेडिंग करते हैं, उन्हें रिश्तेदारों की नाराजगी जरूर झेलनी पड़ सकती है क्योंकि माइक्रो वेडिंग करने से पहले उन्हें कई बार ऐसे लोगों को भी लिस्ट से हटाना पड़ता है, जो की जरूरी हो सकते हैं. ऐसे में आपकी शादी में शामिल न हो पाने की वजह से आपको अपने उन रिश्तेदारों की नाराजगी भी झेलनी पड़ सकती है.

गाड़ी पर यह चीजें लिखने से कट सकता है आपका चालान, अभी से हो जाएं सावधान

कम भव्यता
माइक्रो वेडिंग में शादी की भव्यता कम होती है. सभी जानते हैं कि भारत में सभी माता-पिता अपने बेटे-बेटी की शादी में तमाम तरह के सपने देखते हैं लेकिन अगर उनके बच्चे माइक्रो वेडिंग चुनते हैं तो वह उसे काफी धूमधाम से नहीं कर पाते हैं. भारत में माइक्रो वेडिंग के लिए सबसे ज्यादा बड़े बुजुर्गों को मनाने में मुश्किल आती है. दरअसल इस तरह की वेडिंग करने पर लोगों की राय और समाज का दबाव भी झेलना पड़ सकता है.

error: Content is protected !!
Scroll to Top