Utility News: हमारे देश भारत में हर साल लाखों लोग शादी करते हैं. बीते साल की बात करें तो शादियों का आंकड़ा 32 लाख था. वहीं, इस साल यानी की 2024 में अक्टूबर से दिसंबर तक करीब 34 लाख शादियां होनी हैं. इन शादियों पर होने वाले खर्च का अंदाजा करीब साढ़े चार लाख करोड़ का है. क्या आप जानते हैं कि भारतीय समाज में परंपरागत तरीके से तो शादियां होती ही हैं लेकिन इनका रजिस्ट्रेशन करना भी बेहद जरूरी माना जाता है.
दरअसल, शादी के बाद जब आप इसका रजिस्ट्रेशन करते हैं तो आपको एक सर्टिफिकेट दिया जाता है, जो कि आपकी शादी को Verify करता है. बहुत सारे लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है कि आखिर कैसे मैरिज सर्टिफिकेट (Marraige Certificate) को बनवाया जाता है और उसमें क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं.
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पुराने समय में शादी का सर्टिफिकेट बनवाने की प्रक्रिया ऑफलाइन होती थी लेकिन अब यह ऑनलाइन हो चुकी है. ऐसे में अब लोगों को बार-बार इधर-उधर भटकने की भी जरूरत नहीं है यानी कि आप चाहें तो घर बैठकर भी अपना शादी का मैरिज सर्टिफिकेट बनवा सकते हैं. अगर आप भी अपना मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने की चाह रखते हैं तो आपको अपने राज्य की मैरिज रजिस्ट्रेशन वेबसाइट (Marriage Registration Website) पर जाना होगा. जहां पर आपको इस सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करने के ऑप्शन दिख जाएंगे. इन पर क्लिक करने के बाद आपके लिए एक नया पेज खुलेगा, जहां पर मैरिज सर्टिफिकेट के लिए एक एप्लीकेशन फॉर्म नजर आएगा. उस एप्लीकेशन फॉर्म को भरने के बाद आपको उससे संबंधित डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे. सभी डॉक्यूमेंट अपलोड करने के बाद आपको सबमिट ऑप्शन पर क्लिक कर देना है. इसके बाद आपका एप्लीकेशन फॉर्म सक्सेसफुली सबमिट हो जाएगा. कुछ समय बाद आपको आपका मैरिज सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा.
क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए मैरिज सर्टिफिकेट के लिए
अब आप सोच रहे होंगे की मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट चाहिए तो ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. यह डॉक्यूमेंट आपके पास पहले से ही होंगे और इसके लिए आपको कोई बहुत अधिक दिमाग लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है. जब भी कोई मैरिज सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करता है तो उसे कुछ स्पेशल डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है. इनमें पति-पत्नी दोनों का जन्म प्रमाण पत्र या फिर इसके अलावा आप 10th की मार्कशीट भी दे सकते हैं. हसबैंड-वाइफ का आधार कार्ड. इसके साथ ही उनकी चार-चार पासपोर्ट साइज फोटोज. शादी के समय जो दोनों की तस्वीरें ली गई हैं, उनमें पति-पत्नी दोनों के दोनों तस्वीर. ध्यान रहे उन तस्वीरों में, दोनों का ही चेहरा एकदम साफ नजर आना चाहिए. इन डॉक्यूमेंट के अलावा आपको शादी के कार्ड की फोटो भी रखनी है. अगर आपके पास यह सभी दस्तावेज हैं तो आपको रजिस्ट्रार के पास जाना होगा. अगर कहीं पर रजिस्ट्रार की सुविधा नहीं उपलब्ध है तो ग्राम विकास अधिकारी के ऑफिस जाकर भी इन्हें जमा करवाया जा सकता है.
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क्यों जरूरी है मैरिज सर्टिफिकेट
अब बहुत सारे लोगों को लग रहा होगा कि आखिर मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी क्यों होता है क्योंकि भारतीय समाज में सात फेरों और अन्य परंपराओं को ही शादी के लिए पूर्ण माना जाता है लेकिन बता दें यह ऐसा सर्टिफिकेट होता है, जो कि आपको कानूनी तौर पर ऑफिशियल पहचान देता है. अगर कोई पति-पत्नी अपना ऑफिशियल जॉइंट अकाउंट खोलना चाहे या किसी योजना का फायदा लेना चाहे या फिर किसी योजना में निवेश करना चाहे तो उन्हें इसकी जरूरत पड़ सकती है. अगर कोई शादीशुदा जोड़ा सरकारी योजनाओं का फायदा उठाना चाहता है तो भी उन्हें हर जगह मैरिज सर्टिफिकेट की भी जरूरत पड़ती है. ध्यान रखें इस सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करते समय लड़की की उम्र 18 साल और लड़की की उम्र 21 साल से ज्यादा होनी जरूरी है.