purani choodiyon ka kya kar

पुरानी चूड़ियों का क्या करें? सुहागिनें जरूर ध्यान से पढ़ें

What Should Do with Old Bangles: हिंदू धर्म में सुहागिनों के लिए सोलह श्रृंगार का खास महत्व बताया गया है. बताया जाता है कि अगर एक सुहागिन स्त्री सोलह श्रृंगार में कोई भी चीज नहीं इस्तेमाल करती है तो वह अशुभ होता है. महिलाओं के 16 श्रृंगार में चूड़ी भी एक अहम हिस्सा मानी जाती है. ज्यादातर महिलाएं अपनी अलग-अलग साड़ियों के लिए अलग-अलग तरह की चूड़ियां खरीदती हैं लेकिन ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि आखिर पुरानी चूड़ियों का करें तो क्या करें?

बहुत सारी महिलाओं को इस बारे में पता नहीं है. इसके चलते उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. सुहागिन स्त्री की चूड़ियां चंद्रमा और बुध का प्रतीक मानी जाती हैं. इनका संबंध शादीशुदा जिंदगी और सुंदरता से होता है. इनसे जिंदगी में सुख शांति बनी रहती है.

मिट्टी में दबा दें
अक्सर महिलाओं के मन में सवाल आता है कि आखिर नई चूड़ियां पहनने के बाद पुरानी चूड़ियों का क्या करें? कई महिलाएं तो ऐसी होती हैं, जो चूड़ियों को गलत जगह फेंक देती हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. अगर आपकी चूड़ियां पुरानी हो गई हैं या टूट गई हैं तो उन्हें मिट्टी में दबा दें. चूड़ियों को सुहाग की निशानी माना जाता है इसलिए इन्हें साफ जगह पर ही मिट्टी में दबाना चाहिए.

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जल में प्रवाहित कर दें
पुरानी चूड़ियों को महिलाएं पूजा सामग्री के साथ किसी नदी में प्रवाहित कर सकती हैं. ध्यान रखें कि कभी भी पुरानी चूड़ियों को किसी भी गंदी जगह पर ना फेंकें. ऐसा करना अशुभ होता है. कभी भूलकर भी स्वागत महिलाओं को यह गलती नहीं करनी चाहिए.

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माता लक्ष्मी नाराज
कई बार लोग पुरानी चूड़ियों को गंदगी या फिर कहीं भी फेंक देते हैं, इससे माता लक्ष्मी नाराज हो सकती है. ऐसे इंसान या महिला को आर्थिक तौर पर संकट का सामना करना पड़ सकता है.

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पति हो जाता बीमार
जो महिलाएं अपनी चूड़ियों को गलत तरीके से इधर-उधर फेंक देती हैं, इसका नकारात्मक असर उनके पति की सेहत पर पड़ता है और वह जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगते हैं. महिलाओं को ऐसी गलती करने से बचना चाहिए.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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