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Vastu Tips: ऐसे जूते बन जाते हैं जिंदगी की बर्बादी का कारण! समझ नहीं पाते लोग

Vastu For Shoes: हिंदू धर्म के लोग वास्तु से जुड़ी चीजें हमेशा मानते हैं. इंसान कोई भी काम करता है, वह उसमें वास्तु का ध्यान जरूर रखता है. चाहे वह घर बनवाने से जुड़ी बात हो या फिर उसकी साज सज्जा की. यहां तक की इंसान अपने घर में फर्नीचर और पेंटिंग्स को लगाते समय भी वास्तु का ध्यान रखता है. दरअसल माना जाता है कि वास्तु में बताए नियमों के मुताबिक चलने से कई बार इंसान के जिंदगी की नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता आती है. इसके साथ ही वास्तु नियमों को मानने से उसके आसपास का माहौल अच्छा बना रहता है लेकिन इन सब के बीच इंसान जूतों को इग्नोर कर देता है.

वैसे तो जूते हर इंसान की जिंदगी का अहम हिस्सा माने जाते हैं लेकिन कई बार लोग वास्तु से नहीं जोड़ते हैं, जो की पूरी तरह से गलत है. वास्तु के हिसाब से जूते इंसान की जिंदगी पर काफी गहरा असर डालते हैं. आज आपको जूते-चप्पल से जुड़े वास्तु शास्त्र के कुछ नियम बताने जा रहे हैं, जिनका इंसान की जिंदगी पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है.

वास्तु शास्त्र की मानें तो कभी भी किसी को भी उपहार में जूते नहीं देने चाहिए. ऐसा करना अशुभ होता है और इसके कारण इंसान को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ता है.

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अगर आप कभी किसी व्यापार या इंटरव्यू से जुड़े बड़े काम के लिए बाहर जा रहे हैं तो कभी भी पुराने या गंदे फटे जूते न पहनें. इससे आपकी जिंदगी पर नकारात्मक असर पड़ता है और आपको असफलता का मुंह भी देखना पड़ सकता है.

ऑफिस में आपको कभी भी भूरे या ग्रे रंग के जूते पहनकर नहीं जाने चाहिए. वास्तु शास्त्र के मुताबिक, ऐसा करना अच्छा नहीं होता है और इससे आपके कामों में बाधाएं आने लगती हैं. आप चाह कर भी सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं.

जब भी कभी घर से बाहर निकलें, हमेशा अपने जूते में पॉलिश जरूर करें. दरअसल जूते की चमक दूसरों पर आपकी पर्सनालिटी का गहरा असर छोड़ती है.

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कई बार लोग बाहर से घर आने के बाद अपने जूते-चप्पल इधर-उधर फेंक देते हैं लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना बेहद गलत होता है. ऐसा करने से आपके दुश्मनों की संख्या बढ़ने लगती है.

ध्यान रखें कि घर में जूतों के लिए एक अलग स्थान होना चाहिए और कभी भी घर के बाहर पहने जाने वाले जूते-चप्पलों को घर के अंदर पहनकर नहीं घूमना चाहिए.

हिंदू वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर की रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है और उन्हें माता लक्ष्मी का अवतार कहा गया है, इसलिए भूल कर भी रसोई घर में जूते चप्पल पहन कर नहीं जाना चाहिए.

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घर में शू रैक को हमेशा दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, उत्तर पश्चिम या फिर पश्चिम दिशा में ही रखें. ऐसा करना शुभ होता है. जब भी जूते रखें, हमेशा ढक कर रखें.

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.

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