gas in ac

मैकेनिक नहीं लगा पाएंगे चूना! खुद ही पता लगाएं कि AC में गैस खत्म है या नहीं?

How to Check Gas in Ac: मार्च का महीना गुजर चुका है और अप्रैल आते-आते लोगों के पंख चलना शुरू हो गए हैं. अप्रैल के महीने से गर्मी की अच्छी खासी शुरुआत हो जाती है तो वहीं कई जगहों पर तो इतनी गर्मी पड़ती है कि लोगों को AC तक चलना पड़ जाता है. AC निकलने के बाद ज्यादातर लोग उसे रिपेयर करने के लिए मैकेनिक को बुलाना शुरू कर रहे हैं. मैकेनिक के आते ही वह AC चेक करने के बाद एक मोटा सा बिल आपके हाथ में थमा देता है तो लोगों के होश उड़ जाते हैं. मैकेनिक AC मालिकों को बताते हैं कि उसकी गैस खत्म हो गई है.

जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, वैसे-वैसे AC मैकेनिक की डिमांड भी बढ़ जाती है. ज्यादातर लोग अपने घर में लगे AC को चेक करने के लिए मैकेनिक को बुलाते हैं और घर आते ही मैकेनिक सबसे पहले गैस लीक होने का कारण बता देते हैं और इसके कारण आपका तगड़ा बिल बन जाता है लेकिन जरूरी नहीं होता कि हर बार आपकी ऐसी की गैस वाकई में कम हो. कई बार मैकेनिक इसके बदले आपको तगड़ा चूना लगाते हैं क्योंकि यह उनकी पैसा कमाने की टेक्निक होती है.

साधारण AC में गैस को भरवाने में 2000 से 3000 का खर्चा लगता है लेकिन आज आपको बताने वाले हैं कि आप खुद से अपने AC में यह चेक कर सकते हैं कि उसमें गैस लीक हो रही है कि नहीं. इससे आपका मोटा बिल आने से बच सकता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि आप घर में ही चेक कर सकते हैं कि आपका AC में गैस लीक हो रही है या फिर नहीं. यह चेक करने के लिए सबसे पहले आपको कूलिंग कंडेनसर चेक करना होगा. इसके बाद आपको ऐसी चलानी होगी, फिर कूलिंग कॉइल को भी चेक करिए. अगर एक की कॉलिंग कूलिंग कॉइल में बर्फ नहीं जमी है तो समझ जाइए कि आपका AC की गैस नहीं निकली है.

Youtube से कमाई हुई मुश्किल, चकनाचूर हो सकता है Youtuber बनने का सपना, ध्यान रखें ये चीज

कितना प्रेशर होना चाहिए
अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि AC में कितना गैस प्रेशर होना चाहिए तो बता दें कि AC में अलग-अलग टाइप की गैस होती है यानी की एक में दो तरह की गैस होती है. एक R32 एक और R410. आजकल की ज्यादातर AC में R32 गैस होती है. ओजोन लेयर के लिए यह गैस खतरनाक नहीं होती है. ऐसे में अगर यह लीक हो भी जाती है तो इससे पर्यावरण को कोई खास नुकसान नहीं होता है.

मान लीजिए आपको मैकेनिक कहता है कि आपका AC की गैस लीक हो रही है तो इसे गेज के द्वारा भी चेक करवाया जा सकता है. गैस कंप्रेसर को वॉल में लगाया जाता है और इससे गैस का प्रेशर चेक होता है. वहीं, इनवर्टर AC की बात करें तो इसका गैस का प्रेशर डेढ़ सौ नॉर्मल होता है. अगर AC में इतना प्रेशर है तो आपको दोबारा गैस भरवाने की कोई जरूरत नहीं है. नॉर्मल AC में गैस का प्रेशर 60 से 80 के बीच में होता है.

PhonePe, Google Pay को टक्कर देने के लिए उतरा WhatsApp, लॉन्च कर दी यह नई UPI सर्विस

कैसे जानेंगे एक में गैस नहीं है
एयर कंडीशनर में गैस के कम होने का पता लगाने का सबसे आसान तरीका उसकी कूलिंग को चेक करना है. अगर एयर कंडीशनर में कूलिंग नहीं हो रही है तो हो सकता है कि इसमें की क्या तो खत्म हो गई है या फिर कम हो गई. अगर एयर कंडीशनर से बबलिंग की आवाज आ रही है तो समझ जाइए या तो गैस खत्म हो चुकी या फिर कम है. एयर कंडीशनर रूम की ह्यूमिडिटी को कम करने का काम करता है लेकिन अगर यह ठीक से कूलिंग नहीं कर रहा है तो रूम में ह्यूमिडिटी कम नहीं हो पाती है या तभी होता है, जब एयर कंडीशनर में गैस खत्म हो. एयर कंडीशनर में लगे कंप्रेसर से गैस के खत्म होने या कम होने का पता लगाया जा सकता है. दरअसल, कंप्रेसर रूम के तापमान के हिसाब से ऑन ऑफ होता रहता है लेकिन अगर कंप्रेसर पहले के हिसाब से काफी देर में ऑन या ऑफ हो रहा है तो हो सकता है कि एयर कंडीशनर में गैस खत्म हो गई हो.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top